Haryana सरकार ने राज्य के किसानों और मजदूरों के लिए एक बड़ी पहल की है। रबी सीजन के दौरान प्रदेश की 40 अनाज मंडियों में अटल किसान-मजदूर कैंटीन शुरू की जाएगी, जहां किसानों, मजदूरों और आढ़तियों को मात्र 15 रुपये प्रति प्लेट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
सरकार का उद्देश्य है कि किसानों और मजदूरों को सस्ता और पौष्टिक भोजन मिले ताकि वे काम के दौरान बिना किसी चिंता के अपना पेट भर सकें। इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक ने मंडी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
40 अनाज मंडियों में शुरू होगी कैंटीन
अटल किसान-मजदूर कैंटीन योजना के तहत, इस बार चर्खी दादरी सहित 40 अनाज मंडियों में कैंटीन की शुरुआत की जाएगी। इस संबंध में संबंधित मंडी समिति सचिवों को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
चर्खी दादरी मंडी समिति के सचिव विजय कुमार ने बताया कि फिलहाल भवन की कमी के कारण अस्थायी कैंटीन शुरू की जाएगी। इसके अलावा, कैंटीन संचालन के लिए एक समिति गठित की जाएगी, जिसमें मंडी समिति के कार्यकारी अभियंता, जिला मार्केटिंग प्रवर्तन अधिकारी और मंडी समिति के सचिव शामिल होंगे।
15 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन
विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अटल किसान-मजदूर कैंटीन में मात्र 15 रुपये प्रति प्लेट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह सुविधा पांच महीने तक रबी और खरीफ फसल सीजन में दी जाएगी।
भोजन उपलब्ध होने का समय:
- रबी सीजन: 15 मार्च से 31 मई (सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक)
- खरीफ सीजन: 15 सितंबर से 30 नवंबर (सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक)
इस कैंटीन में भोजन तैयार करने के लिए रसोई, फर्नीचर और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था संबंधित समिति द्वारा की जाएगी।
किन मंडियों में शुरू होगी योजना?
सरकार ने जिन 40 अनाज मंडियों में इस योजना को शुरू करने का फैसला किया है, उनमें प्रमुख रूप से अंबाला कैंट, चर्खी दादरी, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, तिगांव, मोहाना, जाखल, रतिया, भट्टू कलां, भूना, सोहना, हिसार, उकलाना, बास, फतेहपुर पुंदरी, सीवन, पाई, राजौंद, जुंडला, कुंजपुरा, निगधु, शाहाबाद, बाबैन, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, तावडू, नारनौल, नांगल चौधरी, हसनपुर, पलवल, हथीन, इसराना, कोसली, मेहम, डिंग, ऐलनाबाद, रानिया, मुस्तफाबाद, रादौर और सदौरा शामिल हैं।
योजना के लाभ
- किसानों और मजदूरों को सस्ता भोजन मिलेगा, जिससे उनका आर्थिक बोझ कम होगा।
- काम के दौरान स्वस्थ और पौष्टिक भोजन मिलने से उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी।
- अनाज मंडियों में आने वाले आढ़तियों और व्यापारियों को भी कम कीमत पर भोजन उपलब्ध होगा।
- यह योजना गरीब और निम्न आय वर्ग के मजदूरों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी।
सरकार की पहल सराहनीय
हरियाणा सरकार द्वारा किसानों और मजदूरों के हित में चलाई जा रही इस योजना की हर जगह सराहना हो रही है। इससे जहां मंडियों में काम करने वालों को सस्ता भोजन मिलेगा, वहीं सरकार की गरीबों के प्रति संवेदनशीलता भी जाहिर होती है।
सरकार का लक्ष्य है कि हर जरूरतमंद तक यह सुविधा पहुंचे और वे सस्ते व गुणवत्तापूर्ण भोजन का लाभ उठा सकें। आने वाले समय में अगर इस योजना को अच्छी प्रतिक्रिया मिली तो इसे अन्य मंडियों और जिलों में भी विस्तारित किया जा सकता है।
अटल किसान-मजदूर कैंटीन योजना हरियाणा सरकार की एक कल्याणकारी योजना है, जो किसानों, मजदूरों और आढ़तियों को राहत देने के लिए शुरू की जा रही है। यदि आप किसान, मजदूर या मंडी में काम करने वाले व्यक्ति हैं, तो इस योजना का पूरा लाभ उठाएं और 15 रुपये में पौष्टिक भोजन प्राप्त करें।

















