फरीदाबाद: नया गांव गोठड़ा मोहब्बताबाद में एक परिवार पर गोलियां बरसाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दामाद ने अपने एक साथी के साथ सास, पत्नी और साले के दोस्त की जान ले ली, जबकि गंभीर रूप से घायल साले का एशियन अस्पताल में इलाज चल रहा है। आरोपित की पत्नी डेढ़ साल से मायके में रह रही थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
पत्नी के चरित्र पर था शक
एक व्यक्ति ने अपने दोस्त की मदद लेकर गुरुवार तड़के नया गांव गोठड़ा मोहब्बताबाद के एक मकान में घुस कर अपनी सुसराल के लोगों पर अधाधुंध गोलियां चलाई। गोली लगने से मायके में रह रही पत्नी, सास और साले के दोस्त की मौत हो गई, जबकि साला गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक युवक और घायल का फरीदाबाद में पुरानी कार सेल-परचेज का कारोबार है। आरोपित भी कारोबारी है, उसे पत्नी के चरित्र पर शक था। घायल युवक को एशियन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुरानी कार खरीदने-बेचने का करते थे कारोबार
इस शूटआउट में जिंदा बचे गोमसी गलयान उर्फ गगन ने मामले की पुलिस को सूचना दी थी। मूल रूप से समालखा पानीपत के गगन काफी समय से सेक्टर-55 में रह रहे थे। कुछ समय पहले ही वह गोठड़ा मोहब्बताबाद शिफ्ट हुए थे। गगन अपने दोस्त राजन शर्मा के साथ पुरानी कार खरीदने-बेचने का कारोबार करते थे। करीब 13-14 साल पहले उनकी बहन आयशा की शादी एनआईटी-1 के नीरज चावला से हुई थी। दोनों में एक-डेढ़ साल से अनबन चल रही थी। राजीव ने आयशा को जान से मारने की धमकी दी थी।
नीचे कमरे में सो रही थी पत्नी और सास
इस कारण गलयान परिवार फरीदाबाद से पलायन कर नया गांव गोठड़ा मोहब्बताबाद में अपने परिचित उदय पहलवान के मकान में किराए पर रहने लगा था। 19 अक्टूबर को गलयान परिवार राजस्थान खाटू श्याम जी के दर्शन करने गया था। उनके साथ सेक्टर-23 निवासी राजन भी थे। मोहब्बताबाद लौटने में देर हो जाने पर राजन दोस्त के साथ ही रुक गए। 20 अक्टूबर की रात गगन, राजन शर्मा व गगन का भांजा सक्षम खाना खाकर मकान के ऊपर वाले कमरे में सो गए। गगन की मां सुमन और 31 साल की आयशा नीचे के कमरे में थीं।
साले गगन ने दी पुलिस को घटना की जानकारी
गुरुवार तड़के 2:45 बजे गगन को गोली चलने की आवाज सुनाई दी। गगन ने अपने जीजा नीरज व उसके दोस्त लेखराज को गोली चलाते देखा। आरोप है कि दोनों ने राजन व गगन को भी गोली मारी। उस समय भांजा सक्षम कमरे में नहीं था। गगन ने आयशा को फोन करके घटना के बारे में बताया, तभी नीचे से भी गोली चलने की आवाज सुनाई दी। सहमे हुए गगन ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। कुछ ही देर में धौज थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के आने के बाद राजन, सुमन और आयशा मृत मिले।
जानकारी मिलने पर एसीपी मुजेसर दलवीर सिंह, क्राइम ब्रांच डीएलएफ और सीन ऑफ क्राइम की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तीनों शव बीके अस्पताल पहुंचाए और घायल गगन का बीके अस्पताल भेजा, जहां से बाद में उसे एशियन अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मकान के गेट पर ताला लगा दिया है।