जून माह में भगत सिंह चौक पर ट्रैफिक लाइटें के उल्लंघन को लेकर एक भी चालान नहीं
Rewari News: धारूहेड़ा शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के प्रति प्रशासन कितना संजीदा है, इसका उदाहरण भगत सिंह चौक पर लगी ट्रैफिक लाइटें हैं। इन ट्रैफिक लाइटों पर प्रशासन लाखों रुपये खर्च कर चुका है, लेकिन फिलहाल छह दिन से ये लाइटें बंद पडी हुई। इतना ही नहीं पिछले एक माह से ट्रैफिक लाइटें का सरेआम उल्लंधन किया जा रहा है।
भगत सिंह चौक पर ट्रैफिक का दवाब निरंतर बढ़ता जा रहा है और सुबह-शाम के वक्त लोगों को काफी समय जाम में बर्बाद करना पड़ता है। बता दे कि नगर पालिका की तरफ से करीब दस माह पहले भगत सिंह चौक लगने वाले जाम को देखते हुए भगत सिंह चौक ट्रैफिक लाइटें लगवाई गई थी।
उस समय लगभग 18 लाख रुपये की लागत से ये लाइटें लगवाई गई थी, लेकिन लगने के बाद से ये लाइट पिछले माह जून में 15 दिन तक बदं रही थी। वही जुलाई माह में भी लगातार एक सप्ताह से बंद पडी हुई है।
ट्रैफिक लाइटों को उल्लंघन का चालान नहीं: पिछले एक माह से भगत सिंह चौक पर धडल्ले से टैफिंक लाइटों का उल्ल्ंधन किया जा रहा है। पिछले एक माह में यहां पर कोई भी चालान नही किया गया है। इसी चलते वाहन चालकों के होसले बुंलद होते जा रहे है।
सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं: भगत सिंह चौक रात को आये दिन वहान ट्रैफिक लाइटें को टक्कर मार देते है। ऐसे में ये लाइटे खराब हो जाती है। खंबे सुरक्षित ही नहीं है। इसी कारण बार बार वाहनों से ये टूट रहे है। पिछले दो माह में दो बार वाहनो की टक्कर से पोल टूट चुके है।
लाइटों को लेकर सुझाव
सभी खंबो पर सुरक्षा के लिए लोहे कि ग्रिल लगाई जाए ताकि किसी वाहन की टक्कर से पोल नही टूटे
लाइटों को डिवाइडर पर लगाया जाए ताकि वाहनों की टक्कर से बचाव हो सके
पुलिस की ओर यहां पर वाहन चालकों को जागरूक किया जाए ताकि सुरक्षा नियमों की पालना की जाए।
खंबो पर रेडियम इंटीकेशन लगाए जाए ताकि रात को चमक बनी रहे
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फिलहाल ट्राफिक लाइट बंद है। इन लाइटें की मेंटीनेंट नपा के अधीन है। इस बावत नपा के अधिकारियो को अगवत करवा दिया गया है। नियमों के तोडने पर चालान किए जा रहे है। लाइटें बंद होने से चालान नही हो सके।
दलीप कुमार, यातायात प्रभारी, धारूहेड़ा