धारूहेडा: आज से दस साल पहले जादूगर को बंंगाल का खेल माना जाता था। लेकिन आजकल यह खेल एनसीआर में खूब अपनी चमक दमक दिखा रहा है। हालांकि डिजीटल मोबइल तकनीकी के चलते आजकल के युवा इस खेल से मोह भंग हो रहे है। कारटून व पबजी गेम के चस्के ने इस सबको भूला दिया है। उन्होंने कहा कि ये कला लुप्त होती जा रही है।रेवाड़ी में गिरा तापमान, टूटा रिकोर्ड, जानिए आगे कैसा रहेगा मौसम
धारूहेडा में दिखाएंगे झलक
अपने हुनर के दम पर यह जादूगर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं शिवक कुमार किसी परिचय के मोहताह नहीं है। इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड से लेकर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक कितने ही अवार्ड इनके नाम हैं।
वे अब हरियाणा के रेवाड़ी के कस्बा धारूहेडा में सुभाष चोक जादू दिखा रहे है।
चेयरमैन ने किया शुभारंभ: धारूहेडा में सुभाष चोक पर नपा के चेयरमैन कंवर सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रामपाल यादव ने किया। टैक्नोलोजी के चलते धीरे धीरे जादूगर कला विलुप्त होती जा रही है।
इन कलाओं का करेंगे प्रदर्शन
जादूगर शिवकुमार अपने शो में पानी के अंदर मौत के चैलेंज, एक लड़की के 8 टुकड़े, नाग कन्या से जदुगार का युद्ध, जादूगर के हाथों द्वारा फूलों का बगीचा, बरमूडा ट्रायएंगल इफेक्ट ऑन स्टेज, हाथों से नोटों की वर्षा, डायनासोर और महात्मा गांधी प्रकट होना जादू कला दर्शायी जाएगी. इस शो के अंदर अंधविश्वास के खिलाफ और फर्जी बाबाओं पर भी 15 मिनट का शो रखा गया है.
सरकार से मदद की अपील
समय-समय पर सरकार से मांग भी की है कि सरकार इस कला को आगे बढ़ाने के लिए मदद करे और प्रोत्साहित करने के लिए कलाकारों को आवर्ड दे। वे इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड, जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सहित कई आवर्ड अपने नाम कर चुके हैं।आज दोडेगा सारा रेवाड़ी, जानिए क्यों ?
कुरीतियों के खिलाफ जगाएंगे अलख
जादूगर शिवकुमार राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं। बचपन से जादू की कला कर रहे हैं। भारत में वह करीब 24 हजार शो कर चुके हैं। उन्होंने कहा की जादू शो के साथ-साथ वो सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अलख भी जगाते हैं तथा समाज में ग्रोथ हो सके।