Rewari Roadways Election News: एक गुट ने चुना नया प्रधान: पूर्व प्रधान बोले-सदस्यता अभियान पूरा किए बिना चुनाव गलत
रेवाडी: सुनील चौहान। हरियाणा रोडवेज के मिनिस्ट्रिल स्टाफ एसोसिएशन की यूनियन में गुरुवार को घमासान हो गया। एक गुट ने सर्वसम्मति बता राज्य प्रधान जयभगवान कादयान की मौजदूगी में रेवाड़ी डिपो की नई कार्यकारिणी का गठन किया है। वहीं मौजूदा कार्यकारिणी के प्रधान बीरसिंह यादव ने बगैर सदस्यता अभियान पूरा किए चुनाव को लेकर विरोध होने के बाद गुपचुप तरीके से चुनाव कराए हैं, जो कि गलत है। अभी यूनियन का अभियान पूरा नहीं हुआ है ऐसे में चंद लोगों द्वारा कार्यकारिणी का गठन किया फूट डालने का प्रयास है जिसको लेकर विरोध जारी रहेगा।
अभिलाष यादव को चुना गया प्रधान:
रोडवेज मिनिस्ट्रिल स्टाफ के सचिव और राज्य कोषाध्यक्ष के हस्ताक्षरित जारी किए गए प्रेस नोट में अभिलाष यादव को सर्वसम्मति से प्रधान चुने जाने की बात कही गई। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की मीटिंग डिपो की अकाउंट ब्रांच में राज्य प्रधान जयभगवान कादयान की अध्यक्षता में हुई।
इस अवसर पर त्रिवार्षिक चुनाव के साथ संगठन विस्तार पर चर्चा की गई। तत्पश्चात राज्य प्रधान चुनाव कार्यक्रम में 2021-24 तक की नई कार्यकारिणी का गठन करते हुए सभी ने अपने विचार रखे। इसमें कर्मियों से संगठित होने का आह्वान करते हुए मतभेद भुलाकर संगठन की एकता के लिए काम करने का आह्वान किया।
उनकी तरफ से की गई घोषणा में सर्वसम्मति से डिपो के क्लर्क अभिलाष यादव को प्रधान,चंद्रप्रकाश लेखाकार को उपप्रधान चुना गया। उनके अलावा इंक्वायरी अनाउंसर चिराग यादव को सचिव,एसए ओमप्रकाश यादव को कैशियर, क्लर्क फतेहसिंह सहसचिव, कुलदीप जेलदार को ऑडिटर चुना गया।
मीटिंग में डिपो प्रधान ने कहा कि सभी 8 डिपो में यह चुनाव कराए जा चुके हैं। कोरोना की वजह से विलंब हुआ है लेकिन अब सभी डिपो में कार्यकारिणी का गठन किया जा रहा है। उन्होंने बेड़े में 10 हजार बसों के साथ नई भर्तियां किए जाने की मांग की।
इस अवसर पर उपप्रधान श्रीभगवान लाठर, कोषाध्यक्ष अनिल चौहान, रोहतक डिपो प्रधान नरेश नांदल, झज्जर डिपो प्रधान सुनील कादयान, उप महासचिव संजीव हुड्डा, मुख्य संगठन सचिव विरेंद्र सिंह मौजूद रहे।
कर्मियों में फूट डालने का प्रयास, विरोध होने पर किया गया गुपचुप गठन : पूर्व प्रधान
मिनिस्ट्रियल स्टाफ की मीटिंग गुरुवार को रविंद्र छाबड़ा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें बगैर सदस्यता अभियान पूरा किए चुनाव को गलत बताया। इसमें गठित की गई कार्यकारिणी को गलत ठहराते हुए कहा कि यह महज कर्मियों में फूट डालने की नीयत से उठाया कदम है और सभी कर्मियों की भागीदारी के बगैर चुनाव अवैध है।
पूर्व प्रधान बीरसिंह यादव ने कहा कि मीटिंग में हमारी तरफ से अभियान पूरा होने के बाद चुनाव कराने की बात कही थी। इस बात को दरकिनार करके चुनाव कराए हैं जिसके लिए सभी सदस्य सहमत नहीं थे। इस विरोध के बाद उन्होंने गुपचुप तरीके से ही मीटिंग करके नई कार्यकारिणी गठित कर दी है।
इसमें पूरे मिनिस्ट्रिल स्टाफ की भागीदारी नहीं है जो कि गलत है। फिलहाल मौजूदा कार्यकारिणी ही काम करती रहेगी। इस अवसर पर एक प्रस्ताव भी पास किया गया जिसमें चुनाव की तिथि बाद में तय करने की मांग के साथ भाईचारा को तोड़ने को गलत बताया।