क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग रिकोर्ड में हरियाणा पुलिस बनी नंबर वन, यहां पढिए दूसरे राज्यों की क्या है स्थिति

TRACKING HR POLICE

हरियाणा:  पुलिस अगर चाहे कोई भी मुजरिम भाग नहीं सकता। हरियाणा पुलिस ने एक बार फिर देश में झंडा उठा कर दिखाया है। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्या कर दिया जो हरियाणा पुलिस को वाह वाह मिल रही है। जी हां हम बताने जा रहे है कि क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग रिकोर्ड में हरियाणा पुलिस ने जो अंक मिले है वो देश मे सबसे ज्यादा है।

रैंकिंग में पहला स्थान

हरियाणा पुलिस फरवरी व मार्च माह में भी 2 माह लगातार रैंकिंग में पहले स्थान पर रह चुकी है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा निर्धारित मापदंडो में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।Haryana: 5 साल बाद जागा HSPCB , दूषित पानी छोडने के चलते राजस्थान सरकार पर मामला दर्ज

वहीं एक बार फिर क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) में हरियाणा पुलिस को मई माह की मासिक रैंकिंग में पहला स्थान मिला है। हरियाणा पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की है। जबकि इससे पहले यूपी को ब्यूरो द्वारा निर्धारित मापदंडो में 100 प्रतिशत अंक हासिल मिले थे।POLICE

अभी हाल में जारी की गई रैंकिंग में हरियाणा 98.24 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान पर रही है। जबकि उत्तर प्रदेश 98.01 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रही। इसके अतिरिक्त दिल्ली 94.15, मध्य प्रदेश 94.07 और पंजाब 93.61 प्रतिशत अंक प्राप्त कर क्रमश तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर रहे। गृह मंत्री अनिल विज ने हरियाणा पुलिस की रैंंकिंग मे मिले अच्छे को लेकर बधाई दी है।

क्यो बनी हरियाणा नंबर वन

वर्तमान में CCTNS के माध्यम से प्रदेश पुलिस द्वारा एफआईआर रजिस्ट्रेशन, गैर संज्ञेय रिपोर्ट, मेडिको लीगल केस, गुमशुदगी, खोई हुई संपत्ति, लापता मवेशी, फॉरेन रजिस्ट्रेशन, सी-फॉर्म, अज्ञात व्यक्ति, निवारक कार्यवाही, पर्यवेक्षण रिपोर्ट, प्रगति का पंजीकरण, अज्ञात मृत शरीर/अस्वाभाविक मृत्यु पंजीकरण, अनुसंधान संबंधी कार्य, शिकायतों के पंजीकरण, डेटाबैंक सेवाएं काम होते हैं। पुलिस वर्तमान में इन सेगमेंट में हाईटेक हो रही है।

 

POLICE

हरियाणा राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के निदेशक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सभी पुलिस कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने बताया कि CCTNS को विकसित करने का उद्देश्य अपराध की जांच और अपराधियों पर नजर रखने की सुविधा के लिए एक व्यापक और एकीकृत प्रणाली विकसित करना है।

मनुवल काम बंद होने से मिला फायदा

हरियाणा के सभी थानों में 100 % इंटरनेट की कनेक्टिविटी दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त आईसीजीएस इंटीग्रेशन का काम भी प्रदेश पुलिस द्वारा पूर्ण किया जा गया है। वर्तमान में 100% सीसीटीएनएस द्वारा निर्मित एफआईआर न्यायालयों में भी प्रस्तुत की जा चुकी है। प्रदेश में नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 का स्कोर प्रगति डैशबोर्ड में 98.7 % रहा।DAESI Diploma: अब दसवीं पास युवा भी बन सकेंगे बीज व दवा डीलर, DAESI देगा डिप्लोमा

मजूवल कार्य बंद होने से एक ओार तो जांच करने में सरल होती है, वहीं रिकोर्ड सही बना रहता है। इतना ही जांच अधिकारी बदलने के बााद कार्य करने में कोई परेशानी नहीं होती। पहले लिखने में चलते कई मानवीय गल्तिया बांधक बन जाती थी।