लापरवाही: कोविड सैंपल दिए ही नहीं फिर भी भेज दी बाप व दों बेटो की नगेटिव रिर्पोट

नारनौल/ गुरूग्राम/ रेवाडी:   सुनील चौहान:   नारनौल के गांव नीरपुर में कोरोना जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है।  स्वास्थ्य विभाग ने बगैर सैंपल लिए उसकी व उसके दोनों बच्चों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव भेज दी है। मोबाइल पर आए मैसेज को देखकर वह हैरान हैं। उन्हें डर है कि उसकी तरह उसके परिवार के दूसरे सदस्यों की कोरोना रिपोर्ट भी गलत न भेज दी गई हो।
नीरपुर निवासी सतीश शर्मा उर्फ लालू ने बताया कि उसका भतीजा मोहित पुत्र राजकुमार करीब 10 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हो गया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आशा वर्कर के माध्यम से उसके परिवार के सभी सदस्यों के आधार नंबर व मोबाइल नंबर एकत्रित किए थे। इसके बाद 7 मई को मंढाणा पीएचसी से स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके परिवार के सदस्यों के कोरोना सैंपल लेने के लिए गांव में आयी थी।

सतीश का कहना है कि तब उसने स्वास्थ्य विभाग की टीम से कहा था कि वह गुड़गांव कंपनी में कार्यरत है। यदि उनकी जल्द रिपोर्ट दे दी जाए तो वह आसानी से कंपनी में जा सकता है। इस बात पर स्वास्थ्य विभाग की टीम काफी देर तक उसके साथ बहस करती रही। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके परिवार के 13 सदस्यों में से 9 के सैंपल लेकर वापस चली गई। तब उसका, उसकी पत्नी व दो बच्चों का सैंपल नहीं लिया गया।

इसके बाद 9 मई को उसके परिवार के सदस्यों की आयी कोरोना जांच रिपोर्ट के साथ-साथ उसकी व उसके दोनों बच्चों की रिपोर्ट भी आ गई। जबकि इन तीनों के सैंपल नहीं लिये गए थे। जब उसके मोबाइल पर रिपोर्ट का मैसेज आया तो उसे इसकी जानकारी लगी। इसके अलावा परिवार के दो सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि 7 सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

अन्य रिपोर्ट पर भी संदेह:
सतीश शर्मा ने बताया कि जब बगैर सैंपल लिए ही स्वास्थ्य विभाग उसकी व उसके दो बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव भेज दी है, तो परिवार के दूसरे सदस्यों की जांच रिपोर्ट सही है या नहीं, इस पर भी संदेह हो रहा है। जांच रिपोर्ट में परिवार के 9 सदस्यों में से दो सदस्यों को पॉजिटिव बताया गया है, 7 सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि परिवार के सभी सदस्य साथ-साथ रहते हैं।

सतीश ने बताया कि वह गुड़गांव में कंपनी में काम करता है। ऐसे में उसका गुड़गांव में आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में वह भी पाॅजिटिव हो सकता है, परंतु स्वास्थ्य विभाग ने तो बिना सैंपल लिए ही उसे निगेटिव बता दिया है। ऐसे में उसके परिवार के साथ कुछ होता है तो इसका जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग स्वयं होगा। दूसरी ओर उनके वार्ड के पंच सुरेश शर्मा ने भी इस बात की पुष्टि की है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सतीश, उसकी पत्नी, दो बच्चों के सैंपल नहीं लिए थे।
पड़ताल करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे : पूनिया
गांव नीरपुर में मंढाणा पीएचसी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपल लेने गई थी। ऐसे में बगैर सैंपल लिए किसी व्यक्ति की निगेटिव रिपोर्ट भेजना संभव नहीं है। फिर भी यदि रिपोर्ट निगेटिव भेजी गई है तो वे इस मामले की पड़ताल करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
-डाॅ. अविनाश पूनिया, इंचार्ज, पीएचसी मंढाणा।

WhatsApp Group Join Now
Google News Join Now
Back to top button