Haryana News:​जिसका डर था वही हुआ ! धारूहेड़ा में बनेगा बूस्टर प्लांट, भिवाड़ी का पानी यहीं होगा ट्रीट

BHIWADI PANI 1
कुछ माह राहत के बाद फिर से भिवाड़ी का गंदा पानी आएगा धारूहेड़ा Haryana News: कई महीनोंं से भिवाड़ी से काले पानी राहत मिलने के बाद एक बार फिर हरियाणा वासियो की दिन फिरने वाले हैं यानि जिसका डर था वहीं होने जा रहा है। भिवाडी का पानी धारूहेड़ा में आएगा तथा यहीं पर 40 एमएलडी का बूस्टर प्लांट लगाया जाएगा। हरियाणा वाले नहीं चाहते हुए भी एक बार धारूहेड़ा में ट्रीट मेंंट प्लांट लगाने सहमति बन चुकी है। कहां सोया हुआ हरियाणा प्रशासन: सबको पता है भिवाडी की कंपनियो की ओ से धडल्ले दूशित पानी छोडा जा रहा है। बरसात की आड में ये कंपनिया अथाड कैमिकल युक्त पानी छोडती आई है। एनजीटी के आदेश की सखती के बावजूद इन कंपनियों का पानी बंद नहीं हुआ। लेकिन एक बार फिर रेवाड़ी प्रशास ने भिवाडी के पानी के आने की अनुमति दे दी है।Haryana News   क्यों किया जा रहा है ऐसा: बता दे कि प्राकृतिक बहाव धारूहेड़ा की तरफ है तो बारिश का पानी बहकर इधर यानी धारूहेड़ा की ओर ही जाएगा। इसी लिए धारूहेड़ा कस्बे में एक 40 एमएलडी का बूस्टर प्लांट बनाने की प्लानिंग की जा रही है। लेकिन ये क्या गांरटी है भिवाडी से पानी ट्रीट किया आएगा। सबको पता है भिवाडी का आज क्या हाल है। दूषित पानी से जीना मुहाल हो रहा है। ऐसे मेें राजस्थान प्रशासन बहाव की आड लेकर धारूहेड़ा के पानी छोडना चाह रहा है।Haryana News alwar by passs   केएमपी में जाएगा पानी: योजना के मुताबिक ट्रीट हुए धारूहेड़ा के जरिए पानी को केएमपीhttps://best24news.com/ के समीप स्थित ड्रेन तक लिफ्ट किया जाएगा। हरियाणा को बूस्टर प्लांट के साथ ही एक 5 एमएलडी का एसटीपी प्लांट भी लगाने का सुझाव दिया गया है, ताकि पानी को शोधित कर लिफ्ट किया जा सके।Haryana News रेंप से मिली थी राहत, आंदोलन होगा बेकार: हरियाणा के लोगो ने नपा चेयरमैन, उपचेयरमैन, पार्षद व सामाजिक सगंठनो के सघंषे के बाद अलवर बाइपास धारूहेड़ा की ओर रैप बनाया गया था। रैंप बनाए जाने के बाद अलवर बाइपास के समीप सोहना पलवल हाईवे पर जलभराव होने लग गया है। भिवाडी ने इसका समाधान करने की बजाय प्राकृतिक बाहव का बहाना बनाकर धारूहेड़ा में ट्रीट मेंंट प्लाट बनाने की थोपी जा रही है।Haryana News धारूहेड़ा वालों की किस्मत खराब: एक ओर तो भिवाड़ी का दूशित पानी लोगों के ​मुसीबत बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर साहबी बैराज में कृत्रिम झील की आड में सारे रेवाड़ी की गंदगी भेजी जा रही है। एनजीटी की ​आदेश के बावजूद आज तक दूषित पानी नही रूका।   मसानी के आस पास के लोगो के लिए साहबी बैराज की झील नरक बन गई है। । अधिकारी बदलते रहेंगे और झूठा आश्वासन देते रहेगेंं। गंदा पानी नहीं आएगा। लेकिन मरना तो धारूहेड़ा की जनता को ही है।Haryana News