Haryana news : आंखो से आसू निकाल गया, IAS के दादा दादी का सुसाइड नोट, हे भगवान ऐसी ओलाद किसी को न दे

DADRI
चरखी दादरी:करोडो की प्रोप्टी, दो कमाने बेटे, पोता आइएएस, जब घर मे रोटी ही नसीब नही तो ये प्रोप्टी किस काम की। हरियाणा के चरखी दादरी में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के एक अधिकारी के दादा-दादी ने मजबूर होकर आत्महत्या (Suicide)  कर ली। बुजुर्ग दंपती ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड  (Suicide Note) नोट भी लिखा है, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर लिया है। सुसाइड नोट के बारे लोग आईएसएस (IAS) को खूब खरी खोटी सुना रहे है। ऐसा धन किस काम का है जब मां बाप को ही रोटी नसीब नही। Haryana News: Belsonica Plant Manesar में यूनियन ने किया टूल डाउन, जानिए क्या है विवाद जानिए क्या है मामला: जगदीश चंद्र और उनकी पत्नी भागली देवी ने बुधवार की रात बाढड़ा स्थित अपने आवास पर जहरीला पदार्थ निगल लिया। देर रात करीब ढाई बजे जगदीश चंद्र ने जहर निगलने की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम में दी। इसके बाद ईआरवी 151 मौके पर पहुंची और बाढड़ा थाने से भी पुलिस टीम को मौके पर बुलाया गया। गोपी निवासी जगदीश चंद्र और भागली देवी अपने बेटे वीरेंद्र के पास बाढड़ा में रहते थे। वीरेंद्र आर्य के बेटे विवेक आर्य 2021 में आईएएस बने थे और उन्हें हरियाणा कैडर मिला है। घुट घुट कर जीने से तो अच्छा है मर जाना सुसाइड नोट में जगदीश चंद्र ने लिखा है क‍ि मैं जगदीश चंद्र आर्य आपको अपना दुख सुनाता हूं। मेरे बेटों के पास बाढड़़ा में 30 करोड़ की संपत्ति है, लेकिन उन के पास मुझे देने के लिए दो रोटी नहीं हैं। मैं अपने छोटे बेटे के पास रहता था। 6 साल पहले उसकी मौत हो गई। कुछ दिन उसकी पत्नी ने उसे रोटी दी, लेकिन बाद में उसने गलत काम धंधा करना शुरू कर दिया। मेरे भतीजे को अपने साथ ले लिया। जानिए क्या लिखा नोट में: दंपति की ओर से लिए गए नोट में लिखा है कि मेरे बेटों के पास 30 करोड़ की संपत्ति है, जबकि हमारे पास रोटी नहीं है। इसी नोट के आधार पर पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर गुरुवार को परिवार के चार लोगों, बेटा, दो पुत्रवधू और एक भतीजे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कितने दिन तक घुट घुट जीता, इसलिए मैंने सल्फास की गोली खा ली। मेरी मौत का कारण मेरी दो पुत्रवधू, एक बेटा व एक भतीजा है। जितने जुल्म इन चारों ने मेरे ऊपर किया, कोई भी संतान अपने माता-पिता पर न करे। सरकार और समाज इनको दंड दे। तब जाकर मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। मेरी जमा पूंजी बैंक में दो एफडी और बाढड़़ा में दुकान है वो आर्य समाज बाढड़ा को दी जाए।’ रामनवमी पर युवाओ ने निकाली शोभा यात्रा  मामला दर्ज बाढड़ा थाने में एएसआई व मामले में जांच अधिकारी पवन ने बताया कि पुलिस ने गुरुवार की सुबह अस्पताल पहुंचकर पोस्टमॉर्टम के लिए आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी दोनों बुजुर्ग दंपती के शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव उनके परिजनों को सौंप दिए है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर परिवार के ही चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने को मामला दर्ज किया है।