हरियाणा : हरियाणा में सडको को जाल तेजी से बिछाया जा रहा है। बढते वाहनो के दबाव के चलते शहरो मे जाम भी ज्यादा लगा रहा है। जाम से निजात के लिए हरियाणा के चार शहरो 12 बाइपास बनाए जाएंगे ताकि जाम नहीं लगे। वाइपास के बनने से शहरो में काफी कनेक्टवीटी बढेगी।
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उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि करनाल, अम्बाला, पिंजौर और झज्जर समेत 12 नेशनल हाइवेज के बाईपास बनाए गए हैं। साथ ही जींद और उचाना में भी केंद्र से बाईपास की स्वीकृति मिल गई है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उठाए गए इन सकारात्मक कदमों से शहरों में यातायात का दबाव कम होगा और जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि प्रदेश सरकार पिछले सवा चार साल से निरंतर सड़क तंत्र को मजबूत करने में लगी हुई है। इस दौरान 15,005 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों की मरम्मत की गई और मजबूतीकरण किया गया । इसके साथ ही 1,550 किलोमीटर नया सड़क नेटवर्क तैयार किया गया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत लगभग 2,500 किलोमीटर ग्रामीण सड़क का आधारभूत ढांचा बेहतर किया गया।
1,360 किलोमीटर लम्बाई की सड़क का नाबार्ड के फण्ड से सुधारीकरण किया गया। कुल मिलाकर 20,399 किलोमीटर स्टेट फण्ड और केंद्र सरकार द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से एमडीआर, ओडीआर, लिंक सड़कें और स्टेट हाइवेज का बेहतरीन तरीके से सुधार किया है।
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जाम से मिलेगी मुक्ति
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि यमुनानगर शहर से पांवटा साहिब की तरफ जाने वाली सड़क पर भी वाहनों की अधिकता के कारण जाम की समस्या बनी रहती है। इसके लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि इस नेशनल हाइवे पर शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए जगाधरी और यमुनानगर शहर के बाहर से एक बाईपास बनाया जाए, इसके लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से स्वीकृति मिल चुकी है।
पिंजोर ओर कालका पहुंचना हुआ आसान
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि एक नेशनल हाइवेज पिंजौर से होकर हिमाचल प्रदेश के बद्दी में जाता है। इसमें वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण पिंजौर और कालका में जाम की समस्या बनी रहती थी, लोगों की समस्या का समाधान करते हुए पिंजौर में भी बाईपास का निर्माण किया गया है, इसका 93 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।