आईजीयू में दो दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन
रेवाडी: इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मे अटल बिहारी वाजपेई पुस्तकालय के बेसमेंट में दो दिवसीय पुस्तक मेले का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे. पी. यादव द्वारा किया गया।
उन्होंने कहा कि पुस्तकों की अपनी विशेष महत्ता है जोकि शोधार्थियों और पाठकों के लिए शोध और अध्ययन में विशेष रूप से उपयोगी होती है।
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उन्होंने ज्ञान के संग्रह को पुस्तकालय में संग्रहित करने का सुझाव दिया कि पुस्तकालय में सदैव नवीन और अच्छे संकलन को संग्रहित करना चाहिए ताकि अच्छे पुस्तकालय का निर्माण हो सके।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. प्रमोद कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों में पुस्तक संस्कृति के संस्कार सृजित करने तथा पुस्तक ज्ञान पंरपरा से जोड़ने के लिए ये दो दिवसीय पुस्तक मेला बहुत उपयोगी रहेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में साहित्य विषय विशेष संबंधित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाना चाहिए जिसमें कि प्रतिष्ठित साहित्यकार, संस्कृति, रचनाकारों की भी भागीदारी हो।
अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. मंजू परुथी ने कहा कि शोधार्थियों व विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक मेला बेहतर पुस्तकों के चयन में बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।
इस पुस्तक मेले में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित महत्वपूर्ण पुस्तकें प्रदर्शनी में रखी गई जो पाठकों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र रही।
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पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय की तरफ से तीसरी बात पुस्तक मेले का आयोजन किया गया है जिसमें 65 से अधिक प्रकाशन समूहों/पुस्तक एजेंसियों ने भाग लिया। लगभग 85,000 से अधिक पुस्तकें इस पुस्तक मेले में प्रदर्शित की गई।
इस पुस्तक मेला में तीन हजार से अधिक व्यक्तियों ने दौरा किया। उन्होंने विद्यार्थियों की रुचि देखते हुए कहा कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय में पुस्तक महोत्सव का आयोजन करते रहेंगे।
ये रहे मौजूद: इस मौके पर मीर सिंह, राम सिंह, जितेंद्र सिंह, शर्मिला, सुरेश डागर, नीलम, पूनम, संतोष, सुधीर, नितेश, रविंदर, मोनिका ने मेला संचालन में सहयोग दिया। विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक विभागों से विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकों, शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों सहित आस-पास के गाँवों के लोगों ने भी भाग लिया।