रेवाडी: सुनील चौहान। देश व प्रदेश में एक ओर जहां किसान भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता राव इंद्रजीत इसके विपरीत किसानों के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि बन रहे हैं। मानेसर के आसपास के आधा दर्जन गांव के किसान केंद्रीय मंत्री के सम्मान में यह सम्मान समारोह 10 अक्टूबर को आयोजित करने जा रहे हैं। किसानों का कहना है कि उन पर भूमि अधिग्रहण के मुआवजा वापसी की तलवार लटक रही थी, तब उन्होंने केंद्रीय मंत्री से संपर्क साधा और उन्होंने किसानों की पैरवी प्रदेश सरकार से की। उसका ही नतीजा है कि किसानों को सर्वोच्च न्यायालय से जीत मिली और किसानों को प्रदेश सरकार की ओर से मुआवजा वापसी के भेजे गए नोटिस में राहत मिली।
इसी के चलते 23 सितंबर को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने झज्जर के पटोदा में एक विशाल जनसभा कर अपनी ताकत का एहसास पार्टी को करवाया था। वही अब मानेसर के कासन में किसानों द्वारा किए जा रहे सम्मान समारोह के बहाने व पार्टी को एक बार फिर आईना दिखाने का काम करेंगे। राव के विरोधियों ने 23 सितंबर को उनके भाषण की क्लिपिंग और अखबार की कतरने भाजपा हाईकमान तक पहुंचाने का काम किया था और यह मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि राव इंद्रजीत का सम्मान किसानों द्वारा किया जा रहा है। इस पर भी भाजपा की नजर रहेगी।
किसानों के गढ़ झज्जर जिले के पटौदा में सफल रैली का राव ने हाईकमान को संदेश दिया था कि जनाधार वाले नेताओं को हरियाणा में आगे लाना होगा। हरियाणा में प्रदेश के मंत्रियों को व भाजपा के पार्टी पदाधिकारियों को किसानों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कृषि कानून बिल की वापसी को लेकर हरियाणा किसान आंदोलन का केंद्र बिंदु है। हरियाणा में किसानों में पुलिस के बीच अनेक बार खूनी संघर्ष भी हो चुका है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बाद हरियाणा में किसान आंदोलन उग्र भूमिका में है।
कृषि कानून बिल के विरोध में जहां पूरे हरियाणा में किसान आंदोलन के चलते प्रदर्शन किए जा रहे हैं तो दक्षिण हरियाणा में माहौल शांत है।
केंद्रीय कैबिनेट में राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद से ही अहीरवाल की राजनीति में उबाल आया हुआ है। 2014 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए राव इंद्रजीत ने दक्षिण हरियाणा से अपना जनाधार साबित करते हुए हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
भाजपा खाता खोलने के लिए वर्षों से इन सीटों पर इंतजार में थी। वही राव के आने के बाद दक्षिण हरियाणा में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में जीटी रोड बेल्ट के बाद अहिरवाल का साथ भाजपा को सरकार बनाने के करीब ले गया। भाजपा की केंद्रीय कार्यसमिति में भी हरियाणा के चौ बिरेंदर सिंह व राव इंद्रजीत सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इससे आने वाले दिनों में हरियाणा की राजनीति और भी गर्माने के संकेत हैं।
– मानेसर आसपास स्थित 6 गांव के किसान करेंगे राव इंद्रजीत का सम्मान :
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत का मानेसर के आसपास स्थित 6 गांव के किसान जनसभा कर 10 अक्टूबर को सम्मान करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी अधिकृत भूमि के मुआवजे वापसी को लेकर उन पर नोटिस आ रहे थे और किसान मानसिक रूप से काफी पीड़ित थे। राव इंद्रजीत सिंह ने किसानों को आए नोटिस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात की और किसानों को समस्या से मुक्त करवाने में अहम भूमिका निभाई। केंद्रीय मंत्री के मिले सहयोग के लिए किसानों ने निर्णय लिया है कि वह केंद्रीय मंत्री का गांव में बुलाकर स्वागत करेंगे और उनका आभार प्रकट करेंगे।