Odisha Train Tragedy: 2 जूने हो हुए बालेश्वर जिले के बाहानगा में दर्दनाक रेल हादसा में जांच मे बडा खुलासा हुआ है। सिग्नल एवं टेलीकाम डिपार्टमेंट की एकाधिक गलतियों के कारण ही ये हादसा हुआ था। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने रेलवे बोर्ड के पास जो रिपोर्ट दी है, उसमे भी इसे हादसे का कारण बताया गया है।रेवाड़ी में ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझी : हत्या से पहले रेप, प्रेमी ने दोस्त को 2 लाख देकर करवाया था मर्डर
2 जून को हुआ था हादस
यह भयावह हादसा बीते 2 जून को ओडिशा के बालासोर के पास बाहानगा स्टेशन के पास हुआ था। इसमें तीन ट्रेनें शामिल थीं। एक मालगाड़ी, जो कि लूप लाइन में खड़ी थी और दो सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनें- शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल सुपर फास्ट एक्सप्रेस और सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस, जिनके कुल 17 डिब्बे पटरी से उतर गए। इतना इन हादसे में 293 लोगो की मौत हुई थी।
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जानिए कौन है मौत् के लिए जिम्मेदार
सभी जांच एजेसियो की ओर से सौंपी गई जांच में साफ कहा है कि इस हादसे के लिए बाहानगा बाजार स्टेशन मास्टर एस.वी.महान्ति की लापरवाही को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच रिपोर्ट में इलेक्ट्राॅनिक्स इंटरलाकिंग सिस्टम पद्धति में गलती होना बताया है।
37 सैकिंड में बदला सिग्नल
सिग्नल बदलने में 37 सेकेंड का समय लगा। इस तरह के अस्वभाविक बदलाव को स्टेशन मास्टर एस.वी.महान्ति ने अनदेखी की थी।
इक्ट्राॅनिक इंटरलाॅकिंग सिस्टम परिवर्तन करने पर 14 सेकेंड में सिग्नल बदल जाना चाहिए। हालांकि, हादसे के दिन सिग्नल में अस्वभाविक बदलाव देखने को मिला था।