Haryana Kisan News: प्रदेश में फसलों में लगने वाले रोगों की पहचान अब ड्रोन से की जाएगी। शुरुआत में इसमें 4 तरह की फसलों और सब्जियों को शामिल किया जाएगा। जिसको लेकर सीएम सैनी ने अधिकारियों को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे तैयार करने के निर्देश दिए हैं। यह निर्देश गुरुवार को चंडीगढ़ में ड्रोन इमेजिंग एंड इंफॉर्मेशन सर्विसेज ऑफ हरियाणा लिमिटेड के बोर्ड और निदेशकों की 9वीं बैठक में दिए गए।
इस बैठक में सीएम के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में सीएम सैनी ने कहा कि पहले चरण में आलू, चना, कपास, धान और सब्जियों जैसी फसलों को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाए। सीएम सैनी ने ‘ड्रोन दीदी योजना’ के प्रशिक्षण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि प्राकृतिक खेती खासकर जीवामृत के छिड़काव के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि इस खास प्रोजेक्ट के लिए किसानों को सीधे तौर पर जोड़ा जाए। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए किसानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाए।

















