रेवाड़ी: कंपनी प्रबंधन मनमानी व श्रम विभाग की मिलीभगत के चलते 10 दिन बीतने के बाजवूद कर्मचारियो को डयूटी पर नही लिया गया है। दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित गांव जड़थल के पास स्थित यूनिप्रोडैक्ट कपनी के 1 हजार कर्मचारी एक नवंबर से कंपनी के बाहर धरने पर बैठे हैं।Rewari: अपोलो शोरूम से 5 लाख रुपयों के टायर चोरी, दीवाली पर दुकानदार का निकला दिवाला, पुलिस खंगाल रही फुटेज
निकाला जुलूस सोपा ज्ञापन: गुस्साए कर्मचारी रेवाडी राजीव चौक पर एकत्रित हुए। यहां से प्रदर्शन करते सचिवालय पहुंचे जहां एक घंटे तक प्रदर्शन कर एसडीएम होशियार सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से कार्रवाई करने की मांग की गई थी।
यूनि प्रोडक्ट्स यूनियन के सदस्य कुलदीप, तेजबहादुर व अन्य ने बताया कि मजदूर पिछले 15 से 35 साल से कंपनी में काम कर रहे हैं। इनमें 315 स्थायी और 650 के करीब ठेका मजदूर 10 से 30 साल से बतौर ऑपरेटर काम कर रहे हैं। बिना किसी कारण कंपनी प्रबंधन ने 1 नवंबर से इन कर्मचारियों के लिए गेट बंद कर दिया है।
गेट पर Police , अंदर बाउंसर तैनात– कर्मचारियों ने कि कंपनी प्रबंधन ने 31 अक्तूबर की शाम 7-8 बजे के करीब 100 बाउंसरों व 300 दिहाड़ी मजदूरों को कंपनी में घुसा दिया। जिन 20 से 30 मजदूरों को इन्वेंटरी के लिए रात 12 बजे तक ओवर टाइम पर रखा गया था। उनको जबरदस्ती गेट पास देकर शाम 7 बजे कंपनी से निकाल दिया गया।राष्ट्रीय युवा महोत्सव में पुरस्कार जीतने वाली टीम को राव इंद्रजीत सिंह ने किया सम्मानित
प्लान बनाकर किय बाहर– कंपनी के अंदर बाउंसर बैठाए हुए है। इतना ही नहीं कपंनी प्रबंधन बात करने क लिए तेयार ही नहीं है। इससे जाहिर होता है कि कंपनी की मंशा खराब थी। इसी लिए बिना किसी कारण में चुपचान कर्मचारिेयो को निकाल दिया है।