रक्षाबंधन पर बसों में निशुल्क बस यात्रा की नायब सैनी ने दी महिलाओं को सौगात
Haryana News : नायब सैनी सरकार ने हरियाणा में इस बार भी रक्षाबंधन पर बसों में निशुल्क बस यात्रा की सौगात महिलाओं को दी है। जिसके चलते यह बस सुविधा रविवार की दोपहर 12 बजे से शुरू हो गई। लेकिन बसों की संख्या कम होने के चलते बसों मे भारी भीड बनी रही।
यात्री रहे परेशान
निशल्क सेवा के चलते बसों में काफी भीड रही। फ्रीस बस सेवा होने के चलते भाइयों को राखी बांधने के लिए जाने वाली महिलाएं बस स्टैंड पर उमड़ पड़ीं। भीड़ इतती ज्यादा थी महिलाएं बसों में नहीं घुस पाईं। लेकिन बस में बैठने की लिए जगह ही नहीं मिली। बसो में खूब थक्का मुक्की बनी रही।
रक्षाबंधन के मद्देनजर रविवार की दोपहर से महिलाओं को 15 वर्ष तक के बच्चों के साथ मुफ्त बस सेवा की सुविधा दी गई। तमाम महिलाएं सुबह ही बस स्टैंड पहुंच गई। वहां पता चला कि मुफ्त सेवा 12 बजे से शुरू होगी। यह जानकारी होने के बाद उन्हें दूसरे साधनों से भाइयों के घर जाना पड़ा। दोपहर 12 बजे तक बस स्टैंड परिसर में महिलाओं की भीड़ उमड़ी पड़ी। अगल-अलग रूट की बसों के प्लेटफार्म पर लगते ही उसमें सवार होने की यात्रियों में होड़ लग गई।
ट्रेनों में भी रही भारी
रक्षाबंधन के चलते ट्रेनों में भी यात्रियों की भीड़ रही। बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष ट्रेन से यात्रा करने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे। ट्रेनों की जनरल बोगी जबरदस्त भीड़ थी और उसमें खड़ा होने तक की जगह नहीं थी। जनरल बोगी के दरवाजे पर भी यात्री बैठे हुए थे। ।
हरियाणा रोडवेज जीएम का कहना है कि रोडवेज की तरफ से डेढ़ सौ से अधिक बसें चलाई गईं। करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों ने सफर किया। ज्यादा यात्री होने के चलते भीड हो गई है। फिर भी कोशिश की जा रही महिलाएं आराम से सफर कर सके।
जैसे ही बस स्टेंड पर कोई पहुची तो सवारियां एक दम टूट पडती है। सबसे अधिक परेशानी बच्चों के साथ आई महिलाओं को हुई। बसों में पहले सवार होने के लिए धक्कामुक्की होती रही। कई महिलाओं को बसों में नहीं घुस पाईं। कई महिलाओं को जगह नही मिलने के चलते दूसरे बसों का इंतजार करती देखी गई।
महिला पुलिस नदारद: सुरक्षा को लेकर पूर्णतया लापरवाही बरती जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए बस स्टेंड कोई पुलिस नहीं थी। जबकि बस स्टेंड पर स्पेशल महिलाओ की टीम तैनात होनी चाहिए ताकि यात्रियों को कोई परेशानी नहीं हो।
सुबह से देनी चाहिए थी सुविधा
महिलाओ का कहना है ये सुविधा सुबह से ही देनी चाहिए थी। 12 बजे तक कौन फ्री सेवा का इंतजार करेगा। महिलाएं सुबह से अपनी अपने गांव जाने के लिए निकल जाती हैं। इतना ही नहीं निजी बस चालकों ने महिलाओं ने मनमाना किराया वसला जिसके चलते काफी विवाद भी हुआ। जबकि फ्री सुविधा सभी बसों में होने दावे किए जा रहे है।