Water saving : पानी की बरबादी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने बडा फैसला लिया है। पानी व्यर्थ बहाने वाले पर 5 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा, इतना ही नहीं अगर दूसरी बार पकड़े गए तो उसका पानी का कनेक्शन ही काट दिया जाएगा, ताकि उसे पानी की महत्ता का पता चल सकें।
जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण चेयरमैन एवं डीसी राहुल हुड्डा ने कहा कि चिलचिलाती गर्मी के मौसम में बढ़ते तापमान के मद्देनजर संबंधित विभाग आमजन को हाइपरटेंशन के साथ-साथ हीट वेव व हीट स्ट्रोक बचाने के लिए संबंधित विभाग सभी आवश्यक प्रबंध करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिला में तापमान लगातार बढ़ रहा है। हीट वेव व हीट स्ट्रोक से बचाव में जनस्वास्थ्य विभाग व सिंचाई विभाग का अहम रोल है। ये दोनों विभाग बिजली विभाग के साथ आपसी तालमेल से कार्य करें ताकि आमजन को गर्मी के मौसम में राहत पहुंचाई जा सके।
DC Rahul Rewari शुक्रवार को गर्मी के मौसम में Heat waves व हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर संबंधित विभागों द्वारा किए गए प्रबंधों बारे समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने मनुष्य के साथ-साथ पशुओं के लिए भी Water के समुचित प्रबंध करने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर पानी के मटकें रखवाएं जाएं और उन्हें नियमित रूप से भरा जाएं ताकि आमजन को इस Heat waves में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों में पशुओं के लिए खाली पड़े जोहड़ों व तालाबों को भरवाया जाए।
जल की एक-एक बूंद है अनमोल, व्यर्थ न बहाएं : डीसी
Dc Rewari Rahul कहा कि मानव जीवन के लिए जल की एक-एक बूंद अनमोल है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की कितनी किल्लत होती है हमें इस बात को समझना चाहिए। हमें जल ही जीवन के के सिद्धांत को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की जिम्मेदारी केवल सरकार व जिला प्रशासन की नहीं है।
जल संरक्षण में सभी का सहयोग जरूरी है। स्कूली बच्चे और शिक्षक घर हो या स्कूल, दोनों जगह पानी बचाएं। उन्होंने कहा कि आमजन अपने निजी वाहनों, मकानों, घरों आदि को धोने व पशुओं को नहलाने में पानी की बर्बादी न करें। यदि समय रहते व्यर्थ पानी बहाना बंद न किया तो भविष्य में हमें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हमारी थोड़ी सी लापरवाही के कारण कीमती जल व्यर्थ में बह जाता है।
पानी व्यर्थ बहाने पर किया जाएगा 5 हजार का जुर्माना
डीसी राहुल हुड्डा ने कहा कि चिलचिलाती गर्मी के मौसम में पानी की खपत में वृद्धि के कारण और पानी की आपूर्ति का पर्याप्त दबाव बनाए रखने के लिए आम जनता सुबह 5 बजे से सुबह 9 बजे के बीच पानी की बर्बादी बिल्कुल न करें। जिला में सुबह पानी की आपूर्ति के दौरान पीने के पानी से वाहनों और आंगन को धोने, लॉन में पानी देने, पंपों और मोटरों को सीधे ऑनलाइन कनेक्शन लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
नल खुला छोड़कर व्यर्थ पानी न बहाएं। सभी नलों पर टूटी अवश्य लगवाएं। जरूरत पड़ने पर ही पानी का इस्तेमाल करें। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि अपने वाहनों को पानी से धोने की बजाए गीले कपड़े से साफ करें। इससे पानी व्यर्थ नहीं होगा। हमारे द्वारा आज की गई Water saving आने वाली पीढ़ी के काम आएगी। हम सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि बूस्टर पंप सीधे पानी की लाइन पर स्थापित पाया जाता है, तो उसे हटा दिया जाएगा और जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निर्धारित अनुमति के बिना चल रहे किसी भी वाशिंग स्टेशन को पानी की आपूर्ति बंद करने के साथ तुरंत प्रभाव से सील कर दिया जाएगा।
इप पर लगेगा जुर्माना: उन्होंने कहा कि पहली बार उक्त आदेशों की अवहेलना करने पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा तथा दोबारा आदेशों की अवहेलना करने पर 5 हजार रुपए अतिरिक्त जुर्माने के साथ-साथ पानी का कनेक्शन काट दिया जाएगा। इसके अलावा, जल कनेक्शन की बहाली की अनुमति केवल 1000 रुपए कनेक्शन काटने और पुन: कनेक्शन शुल्क के साथ उपरोक्त जुर्माना राशि जमा करने पर ही दी जाएगी।
जल संरक्षण के लिए आप क्या कर सकते है ?
यह जांच करें कि आपके घर में पानी का रिसाव न हो ।
आपको जितनी आवश्यकता हो उतने ही जल का उपयोग करें ।
पानी के नलों को इस्तेमाल करने के बाद बंद रखें ।
मंजन करते समय नल को बंद रखें तथा आवश्यकता होने पर ही खोलें ।
नहाने के लिए अधिक जल को व्यर्थ न करें ।
यह रहे मौजूद : बैठक में एडीसी अनुपमा अंजलि, एसडीएम रेवाड़ी विकास यादव, एसडीएम कोसली उदय सिंह, एसडीएम बावल मनोज कुमार, सीटीएम लोकेश कुमार, डीआरओ राकेश कुमार सहित राजस्व एवं आपदा प्रबंधन व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।