Bharat Ratna: एक बार फिर मोदी सरकार चर्चा में आ गई है। शुक्रवार को तीन लोगों को भारत रत्न Bharat Ratna देने की घोषणा की है। पहली बार है जब एक ही साल में पांच लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का निर्णय लिया गया है। ऐसे मेंं यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि एक साल में कितने लोगो को यह अवार्ड दिया जा सकता है।
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इस बार बनाया रिकोर्ड
यू तो 1999 में एक बार चार लोगो को यह अवार्ड दिया गया था। लेकिन यह पहली बार है जब एक साल में पांच लोगों को देश का सर्वोच्च सम्मान दिए जाने का एलान किया गया है।
पहले भी मिला है चार को भारत रतन
2024 से पहले तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका था। गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, साल 1999 में चार लोगों को भारत रत्न दिया गया था। इनमें जयप्रकाश नारायण (मरणोपरांत), प्रोफेसर अमर्त्य सेन, गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत) और पंडित रवि शंकर का नाम शामिल था।
जानिए क्या है भारत रत्न देने नियम हैं?
बता दे कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो साल 1954 में शुरू किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, इस सम्मान के लिए सभी व्यक्ति जाति, पेशे, पद और लिंग के भेदभाव के बिना पात्र हैं। किसी भी क्षेत्र में किए गए सर्वोत्तम कार्य के सम्मान के लिए भारत रत्न दिया जाता है।
शुक्रवार को इनके नामोंं की घोषणा:
दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव और भारत के हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन के नाम शामिल हैं। इससे पहले दिग्गज भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का एलान हो चुका है। यानि इस बार पांच नाम हो गए है।