सुनील चौहान। धारूहेड़ा: यहां के भगत सिंह चौक का सोद्रिंयकरण केवल कागजों तक सिमट रह गया है। आलम यहां तक है कि इसके लिए दो बार नपा में प्रस्ताव पास भी हो चुका है, लेकिन सोद्रिंयकरण को लेकर नपा की ओर से कोई कदम नही उठाया जा रहा है। इस चौक पर दिनभर सुबह शाम जाम लगा रहता है। ऐसे में लोगों को इस चोक से गुजरने पर जीना मुहाल हो गया है।
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बता दे कि नपा की स्थापना से पहले शहीद भगत सिंह यादगार कमेटी ने 2005 में भगत सिंह चौक पर प्रतिभा लगाई थी। उसके बाद 2008 कस्बे में पंचायत को नगर पालिका बना दी गई। पिछले करीब 5 साल से इस चौक पर बढ रह वाहनों के दबाब व दुकानदारों के अतिक्रमण से इस चौक पर जाम गहराता जा रहा है। पिछले कार्यकाल में नपा कार्यकाल व इस बार भी सोद्रिंयकरण को लेकर दो बार प्रस्ताव पास किया जा चुका है।
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चौक पर अतिक्रमण के चलते आये दिन जाम लगना हाअम हो गया है। बार बार प्रतिमा के चबूतर से वाहन टकरा रहे है। कई बार चबूतरा टूटा चुका है। इसका सोद्रियंकरण होना चाहिए।
अनिल कुमार, हरिनगर
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भगत सिंह चौक को चोडा करके इसका सोद्रिंकरण करना बहुत जरूरी है। आये दिन चोक पर जाम लगा रहता है। जाम से वाहन चालक ही नही दुकानदार भी परेशान है।
जेपी यादव, धारूहेड़ा
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भगत सिंह चौक पर अतिक्रमण किया हुआ है। इसकी पैमाइस करवाकर अतिक्रमण हटवाने के लिए दो साल में तीन बार जिला प्रशासन को पत्र लिखा जा चुका है। प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
कंवर सिंह, चेयरमैन नपा
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यादगार कमेटी की ओर से मूर्ति स्थापित की गई थी। सोद्रिंयकरण के लिए एक सीमेंट कंपनी ने 2009 में एक लाख रूपए का चैक नपा को दिया हुआ है। लेकिन सोद्रिंयकरण नहीं करवाया जा रहा है।
राकेश सैनी, शहीद भगत सिंह यादगार कमेटी, सयोंजक
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