EYE FLU, BEST24NEWS: मानूसन के बाद इस बार आई फ्लू के केस लगातार बढ़ते जा रहे है। फिलाहल रेवाड़ी जिले में भी हर तीसरे बच्चो की आंंखो पर काले चश्मे में दिखाई दे रहे है। ये काले चश्मे का मतलब धूप से बचने के लिए नही बल्कि आंखों में फैली बीमारी है।Haryana: राष्ट्र प्रेम को समर्पित हर घर तिरंगा अभियान 9 से, जानिए कैसे निभाए भागीदारी
बरसात के मौसम में स्किन डिसीज यानी चर्म रोग, आई फ्लू , बुखार जैसी कई बिमारियां फैलने लगती है। हमें चिकित्सकों के परामर्श अनुसार उपचार लेते हुए आई-फ्लू से अपना व अपने परिवार का बचाव करना चाहिए।
धबराए नहीं सावधानी ही बचाव: आई-फ्लू से संक्रमित मरीजों को घबराने व चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। चिकित्सा उपचार एवं आवश्यक सावधानी बरतने से यह रोग कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।
बढ़ते संक्रमण को लेकर डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में उमस के कारण आई-फ्लू से बचाव के लिए आवश्यक उपचार व जागरूकता के साथ सतर्क रहना बेहद जरूरी है।Political News Haryana: नूंह में हिंसा, रेवाड़ी में ब्यानबाजी को लेकर कलह, पूर्व विधायक कापडीवास ने फिर कसा तंज
डीसी ने कहा कि आई फ्लू से ग्रस्त व्यक्तियों को आवश्यक सावधानी बरतते हुए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर उपचार कराने एवं चिकित्सकों के परामर्श से ही दवाइयों का सेवन करने का आह्वान किया है।
उन्होंने बताया कि यह फ्लू ज्यादातर स्कूली बच्चों को प्रभावित कर रहा है। इसके लिए जिला में स्थापित स्कूल हैल्थ की टीम लगातार सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को इस फ्ल्यू से बचाव को लेकर जागरूक कर रही हैं।
दूरी बनाकर रहने की सलाह: उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आई फ्ल्यू से संक्रमित व्यक्ति व विद्यार्थी एक-दुसरे से उचित दूरी बनाकर रखें। इतना ही जिनको यह बीमारी हो गई है वे स्कूल से दो या तीन छुटटी रखे ताकि यह बीमारी दूसरो में नहीं फैले।