रेवाड़ी: आर्यिका ससंघ के सानिध्य में चल रहे 48 दिवसीय भक्तामर विधान अत्यंत भक्ति के साथ प्रारंभ हुआ। इस विधान में रेवाड़ी के बड़ी संख्या में परिवार भाग ले रहे हैं।Rewari: ब्राह्मण सभा बावल की कार्यकारिणी के चुनाव 23 को: सतबीर
हमारी दृष्टि भगवान के दोनों चरणों में होनी चाहिए। ये विचार आर्यिका अर्हंश्री माता ने शहर के नसियाजी में प्रणम्य सागर मांगलिक भवन में व्यक्त किए।
प्रथम दिवसीय विधान के पुण्यार्जक परिवार पदम चंद जैन और मोहित जैन सपरिवार रहे। आर्यिका माता ने प्रथम दिवस में प्रथम काव्य का महत्व बताते हुए बताया कि प्रथम काव्य को पढ़ते हुए हमारी दृष्टि भगवान के दोनों चरणों पर होनी चाहिए।Rewari News: जोहड में डूबा इकलोटा चिराग, सर्च अभियान जारी
हमें भगवान के चरणों को अपनी थाली पर विराजमान कर लेने चाहिए। जो भगवान के दोनों चरणों को पकड़ लेता है, वह कभी भी भवसागर में डूब नहीं सकता।
यदि आप भवसागर में डूबना नहीं चाहते तो आपको उनके दोनों चरण पूरी श्रद्धा के साथ पकड़ लेने चाहिए। हमें क्रियाओं से ज्यादा भावों की शुद्धि पर ध्यान देना चाहिए। इस मौके पर बड़ी संख्या श्रद्धालु मौजूद रहे।