अलवर/ दिल्ली: सुनील चौहान। अलवर पुलिस ने दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद व हरियाणा में सट्टा चलाने वाले सरगना सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। तीन सट्टेबाजों से 21.09 लाख रुपए भी जब्त किए हैं। पिछले 6 दिन का ही 2.83 करोड़ रुपए के सट्टे का हिसाब मिला है। पुलिस इस मामले को ईडी व इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी भेज रही है। पुलिस को यह सफलता 2 अलग-अलग कारवाइयों में मिली। अलवर और हरियाणा में छापेमारी हुई है।
अगस्त मे की थी छापेमारी:
अलवर एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि क्यूआरटी इंचार्ज जितेंद्र सिंह 6 अगस्त को सट्टेबाजों के बारे में सूचना मिली थी। टेल्को चौराहे के पास भगवानपुरा मोड पर एक कार में ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले तीन लोगों के होने की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई। बताया गया कि मोबाइल के जरिए ऑनलाइन सट्टा लगा रहे हैं। अंकों के आधार पर पैसे लगाए जा रहे थे। तीनों को पुलिस ने भगवानपुरा मोड़ पर रुकवा लिया। उनकी कार में लैपटॉप और प्रिंटर रखे मिले हैं। एक बैग में 21.09 लाख रुपए मिले। इसके अलावा कई पर्ची, मोबाइल व लैपटॉप बरामद हुए। कार में भी लैपटॉप चालू था। हिसाब की डायरियां मिलीं। इसमें अंक लिखे थे। पुलिस ने बताया कि 6 दिन में 2.83 करोड़ के सट्टे का हिसाब मिला है। यहां सुरेश चौहान उर्फ किंग, सुरेश कुमार और इंद्रजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया। ये सभी अलवर के रहने वाले हैं। सुरेश उर्फ किंग इस गैंग का सरगना है। बाकी सभी लोग सट्टा लगवाने या वसूली करने का काम कर रहे थे। किंग भी नए-नए लोगों को जोड़ने और सभी पैसों का हिसाब रखता था।
बाद में सब कुछ बताया
पुलिस की मानें तो सट्टेबाजों ने बताया कि यह रकम दिल्ली, गाजियाबाद और फरीदाबाद में सट्टे की है। हमारे एजेंट के माध्यम से ये रुपए आए हैं। फॉटो कॉपी कागजों पर दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद गली के अंकों पर लगाए गए रुपयों का नफा-नुकसान का हिसाब है। सट्टेबाजों ने बताया कि उनका ऑफिस नगीना हरियाणा के मकान नम्बर 1258, गली नम्बर 6, महालक्ष्मी गार्डन, राजेन्द्र पार्क, गुरुग्राम में है। इसके बाद वहां पुलिस की स्पेशल टीम भेजी गई। वहां से 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उसी समय पुलिस ने कई धाराओं में मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया था।
ऑनलाइन कारोबार:
पुलिस ने बताया कि ये सटोरिए अंकों पर सट्टा की खाईवाली व लगवाई वाली का काम ऑनलाइन करते हैं। इसके लिए मोबाइल व लैपटॉप काम में लेते हैं। लोगों से और एजेंट से सम्पर्क में रहते हैं। साथ ही उच्च स्तर पर सटोरियों के संपर्क में रहते हैं। लोगों के पैसे लगाकर पूरा खेल करते हैं। इस पूरे मामले में पुलिस के क्यूआरटी हेड जितेंद्र शर्मा व साइक्लोन सेल के संजय सिंह की भूमिका बड़ी है। टीम में आईपीएस विकास सांगवान सहित 29 पुलिसकर्मियों की भूमिका रही है।
ये हैं गिरफ्तार:
पुलिस ने सुरेश चौहान पुत्र जसवंत सिंह निवासी शिवाजी पार्क अलवर, सुरेश कुमार पुत्र मोतीलाल निवासी खवारावजी दौसा, इंद्रजीत सिंह निवाुसी शिवाजी पार्क, दिनेश पुत्र रोशनलाल खटीक निवासी नगीना हरियाणा, रवि पुत्र सोहनलाल निवासी नगीना, हरियाणा, विपुल पुत्र रमेश चंद जांगिड़ निवासी बिराई माता मंदिर शिवाजी पार्क, अलवर व सोनू पुत्र रणधीर सिंह निवासी ढाणी मंगलेसी बहरोड़ी अलवर को गिरफ्तार किया है।