तौंगड दंपति ने 26 लोगों को दी नई जिंदगी, हरियाणा ही नहीं राजस्थान तक भी किया सेवाभाव
धारूहेडा / भिवाडी: सुनील चौहान। देश व प्रदेश में आक्सीजन की किल्लत से हाहाकार मचा हुआ है। आक्सीजन की किल्लत से कई लोग अपनी जान गंवा चुके है। गांव गुजर घटाल निवासी दंपति भरत तौगड व सरपंच मंजू तौंगड ने जरूरतमंद 26 लोगो को आक्सीजन पंहुचाकर टूटती सांसों को जोडने में मदद की है। दंपति ने आमआदमी के साथ साथ पूर्व मंत्री, चेयरमैन, पार्षद व पूर्व सरपंच व अन्य रिश्तेदारों को आक्सीजन सिलेडर पहुंचाकर सांस मुहैया करवाते हुए सेवा भावना का परिचय दिया है।
26 लोगों का किया सहयोग: गुर्जर घटाल की सरपंच मंजू भरत तौगड में हरियाणा में ही बल्कि राजस्थान में जरूरतमंदों को आक्सीजन गैस सिलेडर पहुंचाकर टूटती सांसों को नई जिंदगी दी है। सरपंच ने बताया जैसे ही उनके ग्रुप में किसी प्रकार की सहायता के लिए मैसेज आया तो उसने अपने स्तर पर सहायता जुटाने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री जसवंत के बडे भाई, महिला काग्रेंस की प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा, तावडू नगरपालिका के चेयरमैन की चाची, भिवाडी पार्षद दायमा की सास, पूर्व सरंपच मामचंद चंदेला के भाई रेवाडी में सोनू, धारूहेडा में दीपक व राजेश सहित 26 लोगों को आक्सीजन का गैस सिलेंडर दे चुके है। कोरोना काल ही नही गांव में बतौर सरंपच मास्क व सैनिटाईज, जरूरतमंद लोगों को भोजन भी विततिर किया गया है।
करवाई सैनिटाईज, वैक्सीन लगवाने की भी अपील
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ग्राम पंचायत गुर्जर घटाल की ओर से गांव की प्रत्येक गली व मोहल्ले को सेनेटाइज किया गया। इसके साथ साथ लोगो को नियमित मास्क लगाने तथा शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। सरपंच मंजू भरत तौगड ने बताया कि कोराना जैसी वैश्विक महामारी को रोकने के लिए ग्राम पंचायत के द्वारा हर सभंव सहायता कार्य किए जा रहे हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्र में कोराना के बढ़ते प्रकोप को रोका जाए । उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग व घरों में कैद रहकर ही गांव को कोराना मुक्त किया जा जा सकता है। इस मौके पर लोगों को समय अनुसार वैक्सीन लगवाने की भी अपील की गई।
सेवा से मिलता है संतोष: आपदा के समय हर किसी को अपनी सामर्थय के अनुसार जरूरतमंद लोगों की सहायता करनी चाहिए। बुजुर्गो से हमें यही प्रेरणा मिलती है कि किसी द्वेष भाव के जहां तक संभव हो सके जरूरत मंद लोगो की सहायता करनी चाहिए। सरपंच बनने के बाद पहले से ओर जिम्मेदारी बढ गई है। बस इसी परंपरा को आगे बढाने के लिए दंपति सेवाभाव में लगे हुए है।
मंजू भरत तौंगड, सरपंच गुजर घटाल