Solar Panel: गर्मीयो में जब एसी व कूलर चलते है तो लोगो को बिजनी बिल भरते समय सोलर पेनल की याद आती है। लेकिन गर्मीयो में पेनल लगाने वालो की एडवास बुकिंग के चलते वे समय पर नहीं लगा पाते है। ऐस में अभी सही मौका हे कि हम अपने घर में सोलर पेनल लगवा ले।
Solar उपकरण बनाने वाली Company में सोलर एक बहुत बड़ा और मशहूर नाम है। Vikram Solar अपने निर्मित सोलर पैनल और संबंधित उपकरण न केवल भारत में बल्कि विदेशों में बेचता है। इस लेख में हम विक्रम सोलर के बारे में बात करेंगे 1kilowatt सोलर सिस्टम लगाने में कितना खर्च आता है? हम आपको इसकी इंस्टॉलेशन लागत और पूरी जानकारी देंगे।
बढ़ते Climate परिवर्तन और बढ़ते Environmental नुकसान के कारण दुनिया भर के कई देश सौर ऊर्जा जैसे Renewable ऊर्जा स्रोतों की ओर transfer हो रहे हैं। सौर ऊर्जा सूर्य से प्राप्त ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करके अच्छे ऊर्जा प्रदान करती है।
सस्ता सौदा और टिकाउ
ताकि आप अपनी बिजली की जरूरत को पूरा कर सके इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता और आप बिना प्रदूषण के ऊर्जा को उत्पादन करते हैं।
सिर्फ 100 वर्ग में लग जाएगा पेनल
उचित सूर्य के प्रकाश के साथ, 1 किलोवाट का सौर पैनल परदिन 5 मिनट तक बिजली उत्पन्न कर सकता है। 1 किलो वाट का पैनल स्थापित करने के लिए आमतौर पर लगभग 100 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होती है।
सोलर विभिन्न क्षमतओ और श्रेणियां में सोलर पैनल पेश करता है। इन सौर पैनलों का उपयोग आवासीय, वाणिज्यक और औद्योगिक उपयोग में किया जाता है। अगर आपके घर या प्रतिष्ठान को 800 watt या उससे कम लोड की जरूरत है। तो 1 kilowatt क्षमता का सोलर पैनल आपके लिए उपयोग रहेगा।
आइये जानते हैं सोलर पैनलों की कीमत के बारे में (Know about solar panel price)
जानिए सोलर पैनलों की कीमत के बारे में (Know about solar panel price)
सोलर पैनल एक ऐसा उपकरण है, जो सूर्य की रोशनी को विद्युत ऊर्जा में बदल देता है। बता दें कि यह एक फोटोवोल्टिक मॉड्यूल होता है और आज के समय में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सोलर पैनल सिलिकॉन से बनते हैं। (https://www.energy.gov/eere/solar/how-does-solar-work)
वहीं, सोलर पैनल मुख्यतः 3 प्रकार के होते हैं, जिसे पॉलीक्रिस्टलाईन सोलर पैनल (Polycrystalline solar panel), मोनोक्रिस्टलाईन सोलर पैनल (Monocrystalline solar panels) और बाईफेसियल सोलर पैनल (BiFacial Solar Panel) कहा जाता है।
आज के समय में सोलर पैनल को लेकर बाजार में कई गलतफहमियां हैं। आज लोग सोलर पैनल को ही सोलर सिस्टम (Solar System) मान लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। एक सोलर सिस्टम में सोलर पैनल के अलावा बैटरी, इंवर्टर, स्टैंड, वायर, चार्ज कंट्रोलर आदि जैसी कई चीजें शामिल होती हैं और सभी के सेट को सोलर सिस्टम कहा जाता है।
यदि आप अपने घर में सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो इसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से लगा सकते हैं। जैसे कि यदि आप अपने घर में लाइट, मोबाइल चार्जिंग जैसी छोटी छोटी चीजों के लिए सोलर पैनल लगाना चाहते हैं, तो आप अपने यहाँ छोटा सोलर पैनल (Small Solar Panel) लगा सकते हैं, जिसमें 10 वाट से लेकर 75 वाट तक के सोलर पैनल आते हैं।
वहीं, यदि आप अपने घर में 12 वोल्ट में आने वाली 20 AH से लेकर 80 AH तक की बैटरी को सोलर पैनल से चार्ज करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 100 वाट से लेकर 200 वाट तक के सोलर पैनल को खरीदना होगा। इस पैनल पर आप लाइट, मोबाइल चार्जिंग के अलावा डीसी फैन आदि भी चला सकते हैं।