Sohna Palwal Highway पर Alwar Bypass पर जलभराव से राहत, अब कहां गया पानीपार्वती ने शिव जी से प्रार्थना करते हुए कहा कि वह विवाह के रीति-रिवाजों के अनरूप तैयार हो जाएंं। (Shri Shyam Mandir Parivar Trust) शिवजी मान गए और इसके बाद देवताओं द्वारा शिवजी को दूल्हे के रूप में तैयार किया गया। जब शिवजी दूल्हा बनकर तैयार हो गए तो उनका दिव्य रूप देखकर सभी चकित रह गए। आर्चाया बाल कृष्ण महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से प्राणी न केवल मोक्ष को प्राप्त करता है, वरन् मृत्यु के भय से भी निर्भय हो जाता है। यही कारण है कि मानव जीवन में भागवत कथा का सर्वाधिक महत्व है। महाराज ने आचार्य शुकदेव और राजा परीक्षित के बीच हुए संवाद पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब राजा परीक्षित कोतक्षक नाग द्वारा डसने से होने वाली मृत्यु के बारे में जानकारी मिली तो वे शुकदेव मुनि की शरण में गए । Sohna Palwal Highway पर Alwar Bypass पर जलभराव से राहत, अब कहां गया पानी उनसे अपनी मुक्ति का मार्ग पूछा। जब शुकदेव जी ने बताया कि सात दिन के भीतर राजा की मृत्यु तक्षक नाग के डसने से होगी। श्रीमद्भागवत श्रवण से मृत्यु का यह भय मिट जाएगा। कथा रोजाना 2 से 6 बजे त होगी। 12 मार्च को कथा समापन पर हवन व भंडारे का आयोजन किया धारूहेडा: श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ में उमडी भीड
Shri Shyam Mandir Parivar Trust: पार्वती विवाह मचंन में झूमें श्रद्धालु
भागवत कथा सुनने से दूर हो जाते हैं जीवन के तमाम दुख-दर्द
धारूहेडा: यहां के शिव नगर में श्री श्याम मंदिर परिवार ट्रस्ट Shri Shyam Mandir Parivar Trust की ओर से श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ में बुधवार को काफी भीड उमडी। पार्वती विवाह मचंन में श्रद्धालु खूब झूमें।Rewari News: Water Conservation को लेकर किया स्कूली बच्चों को किया जागरूक
आर्चाया बाल कृष्ण महाराज ने कहा कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी! क्योंकि वह विवाह से पहले ही शिवजी को मन ही मन अपना पति मान चुकी थीं। पार्वती राजा हिमवान और रानी मैनावती की पुत्री थी।