प्रशासन के पहुंचने से पहले ही स्वयंसेवक जुटे घायलो को संभालने में, दो घंटे मे पहुंचे 600 स्वयं सेवक
Odisha Train Accident : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ! जैसा नाम वैसा ही सहयोग। ओडिया में हुए रेल हादसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 400 स्वयंसेवक बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना में घायलों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं थे।
प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंचती, स्वयंसेवकों ने दर्द से तड़पते घायल यात्रियों को टेंपो, बाइक, कार सहित जो भी साधन मिले, उन्हें नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाना शुरू कर दिया।गुरुग्राम की तर्ज पर रेवाड़ी छूं रहा उचाईयां, इन प्रोजेक्टो के बाद बदल जाएगा नक्शा
585 की बचाई जान
हादसे मे घायल हुए लोग खून की किल्लत मे मर जाते। लेकिन घायलों की मदद के लिए स्वयंसेवक 550 यूनिट रक्तदान कर चुके हैं और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। उनका कहना है किसी घायल को खून की कमी से नहीं झूझने दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक रवि नारायण पांडा ने बताया कि बाहानगा में ही हमारी शाखा लगती है। दुर्घटना स्थल से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर संघ के जिला कार्यवाह विजय कुमार साहू रहते हैं।
आपदा में सहयोग करना ही देश सेवा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल, सेवा भारती के स्वयंसेवकों की एक यूनिट बालेश्वर जिला अस्पताल, भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल, सोरो अस्पताल, कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज व अन्य अस्पतालों में भी डटी रही।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही शाम साढ़े सात बजे सबसे पहले विभाग सह प्रचारक विष्णु प्रसाद नायक और 15 कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और अंधेरे में ही राहत और बचाव कार्य में जुट गए। वाट्सऐप पर सभी स्वयंसेवक को अलर्ट किया गया और रात साढ़े नौ बजे तक 400 स्वयंसेवक बालेश्वर व भद्रक से पहुंचे।गुरुग्राम की तर्ज पर रेवाड़ी छूं रहा उचाईयां, इन प्रोजेक्टो के बाद बदल जाएगा नक्शा
हर किसी ने संभाला मोर्चा
स्वयंसेवक घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाने, शवों को प्लास्टिक में बांधने, घायलों के बीच खाना व पानी का वितरण करने सहित लापता लोगों को खोजने के काम में जुट रहे।