Road jam in rewari due to Parking: जिले में पार्किंग व्यस्था नहीं, सडकों पर खडे वाहन, दिनभर लगता है जाम

रेवाडी: सुनील चौहान: जिले में पार्किंग की समस्या गंभीर समस्या बनती जा रही है। शहर में कार्यालयों के बाहर लगी वाहनों की कतारों से दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है। सबसे ज्यादा परेशानी सरकुलर रोड पर बैंकों के सामने खड़े होने वाले वाहनों के कारण होती है। वहीं नियम के मुताबिक सभी बैंक शाखाओं के पास पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए।

आधे रोड पर वाहन, दिनभर लगता है जाम: सरकुलर रोड को रेवाड़ी शहर की लाइफ लाइन माना जाता है। सरकुलर रोड पर बैंकों की करीब 7 से 8 शाखाएं हैं। बावजूद इसके किसी भी बैंक के पास अपनी पार्किंग नहीं है। बैंक अधिकारी व बैंक में आने वाले ग्राहक रोड पर ही अपने वाहन खड़ा करते हैं। इससे सरकुलरdhc रोड से गुजरने वाले वाहनों के लिए रास्ता भी कम बचता है। नतीजतन जाम लग जाता है। समस्या आज की नहीं बल्कि, कई वर्षों से है। लेकिन प्रशासन की तरफ से अवैध पार्किंग के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता। सड़क के बीच वाहन खड़े कर दिए जाते हैं और 20 फीट की सड़क 6 फीट में ही सिमट कर रह जाती है।

सरकुलर रोड के बावल चौक पर एक्सिस बैंक, धारूहेड़ा चुंगी से पहले इंडियन ओवरसीज, धारूहेड़ा चुंगी से आगे पंजाब नेशनल, रेलवे चौक से समीप एसबीआई, मॉडल टाउन में शिव चौक के समीप एचडीएफसी, ट्रामा सेंटर के समीप एचडीएफसी व एसबीआई बैंक की शाखा सहित अन्य भी मौजूद हैं। इसके अलावा भी शहर में कई अन्य बैंकों की शाखा मौजूद हैं। लेकिन किसी भी बैंक शाखा के पास पार्किंग की व्यवस्था नहीं हैं। बैंकों के सामने अवैध पार्किंग जाम का कारण बनती है। फुटपाथ से सटाकर कतारों में गाड़ियों को खड़ा कर दिया जाता है। दुपहिया वाहनों के लिए यहां जगह नहीं होती और वे बैंकों के सामने ही सड़क पर अपने वाहन खड़े करते हैं। एक बाइक के पीछे दूसरी बाइक खड़ी कर दी जाती है और बाइक का जमावड़ा बैंकों के सामने लगा होता है। रोड पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है, लेकिन रोड पर दूसरे वाहन चालकों को होने वाली परेशानियों से बैंक प्रबंधकों को कोई सरोकार नहीं है। यदि नियमों की बात की जाए तो प्रत्येक बैंक की अपनी पार्किंग होनी चाहिए।
नगर परिषद के ईओ अभय सिंह ने कहा कि अवैध पार्किंग पर कार्रवाई करना पुलिस का काम है। लेकिन शहर में पार्किंग व्यवस्था हो, इसके लिए प्लानिंग की जा रही है। इस पर काम चल रहा है। जल्द ही बैंक अधिकारियों के साथ बैठक कर इस बारे में बात की जाएगी।