हरियाणा: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत सरकारी स्कूलों में प्री-वोकेशनल शिक्षा को लागू करने की तैयारी है। इसके तहत अब छठी कक्षा से ही विद्यार्थियों का कौशल विकास किया जाएगा। नौनिहालों की जिस क्षेत्र में रुचि होगी उन्हें उससे जुड़े कौशल सिखाएं जाएंगे।हरियाणा में आप दो लाख कार्यकर्ताओं की करेगी फौज तैयार, कार्यकर्ताओं को दिलाई शपथ:अरविंद केजरीवाल
विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में शिक्षा विभाग की ओर से नई शुरूआत की गई है। 5 सितंबर के बाद से ही अब कक्षा छह से नौनिहालों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण (स्किल डेवलपमेंट कोर्स) कराए जाएंगे।
डायट हुसैनपुर रेवाड़ी के प्राचार्य सुभाष चंद्र ने बताया कि अब बच्चों की पढ़ाई की नींव को मजबूत किया जा रहा है। वर्तमान में जिले के 42 विद्यालयों में पहले से ही राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचा (एनएसक्यूएफ) की कक्षाएं चल रही हैं। अब छोटी कक्षाओं से कौशल विकास सिखाया जाएगा। ताकि भविष्य में वह खुद आत्मनिर्भर बन सकें।
जानिए कोर्सो के नाम
कृषि, फिजिकल एजुकेशन स्पोर्ट्स, रिटेल, सिक्योरिटी, परिधान एंड फैशन डिजाइनिंगऑटोमोबाइल, ब्यूटी एंड वेलनेस, आईटी, मीडिया इंटरटेनमेंट एंड एनीमेशन, पेशेंट केयर असिस्टेंट आदि।Haryana: 9 IAS अधिकारियों का किया तबादला, TVSN प्रसाद को मिली ये ओर जिम्मेदारी, यहां देखिए पूरी लिस्ट
ये स्किल उनके भविष्य के लिए काफी कारगर साबित होंगे। गौरतलब है कि अभी तक जिले में 9वीं से 12वीं कक्षा तक विभिन्न 10 वोकेशनल कोर्स सरकारी स्कूलों में चल रहे हैं।
12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विद्यार्थियों को रोजगार के लिए भटकना न पड़े। इसको ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग की तरफ से यह निर्णय लिया है। प्री-वोकेशनल शिक्षा को कैसे प्रभावी ढंग से लागू करना है, इसको लेकर अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
ट्रेनिंग कोऑर्डिनेटर डॉ. बीर सिंह वरिष्ठ प्राध्यापक ने बताया कि प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों में कौशलों का विकास करना और उन्हें स्वरोजगार या वैतनिक-रोजगार योग्य बनाना है। 5 सितंबर से पूर्व व्यावसायिक शिक्षा के लिए मुख्य रूप से जिले में कार्यरत कक्षा 6 से 8 के गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषयों के अध्यापकों की ब्लॉक वाइज ट्रेनिंग शुरू की जाएगी।Rajasthan: निर्वस्त्र महिला का हुआ था वीडियो वायरल: गावं पूरा हुआ खाली, पुलिस किससे करेगी पूछताछ
अगर 50 का बैच पूरा नहीं होगा तो अन्य विषयों के अध्यापकों को भी प्रशिक्षण में सम्मिलित किया जाएगा। एससीईआरटी, गुरुग्राम की ओर से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों व अन्य संसाधन व्यक्तियों द्वारा विभिन्न कोर्सों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।