Political News Haryana: 9 साल में विकास के दावे करने वाली भाजपा व जजपा ने प्रदेश वासियोंं दो बहुत बडे तोहफे दिए है। दोनो ने मिलकर हरियाणा को बरोजगारी व भ्रष्टाचार में नबर वन पर पहुंचाया दिया है। जनता इस सरकार की नौ साल की उपलब्ध्यिों को कैसे भूल सकती है।Rewari: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने शहीद डॉ. सत्यनारायण वशिष्ठ की मूर्ति का किया अनावरण
वे रेवाडी में समारोह में शामिल होने बाद संबोधित कर रहे थे।राज्यसभा सांसद ने विधायक चिरंजीव राव की प्रशंसा करते हुए कहा विधायक चिरंजीव राव अपने विधानसभा में हर किसी के सुख-दुख में तो शामिल होते ही हैं और विधानसभा में भी इलाके के मुद्दों को खुलकर उठा रहे हैं।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय उन्होंने रेवाड़ी में चौतरफा विकास कराया लेकिन, मौजूदा सरकार ने रेवाड़ी समेत पूरे प्रदेश को विकास की पटरी से उतार दिया है।
उन्होंने बताया कि अकेले रेवाड़ी में शिक्षा के 19 संस्थान खोले गये जिनमें मीरपुर में इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी, कृष्णनगर (लूला अहिर) में भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर, बावल में एग्रीकल्चर कॉलेज, जैनाबाद में राव बिरेन्द्र सिंह राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, 5 नयी सरकारी आईटीआई सारनवास, बेरसी कलां, कोसली, टंकारी, खरकड़ में बनी, 2 नये सरकारी पॉलिटेक्निक, 5 नये राजकीय महाविद्यालय और गोठरा टप्पाखोरी में हरियाणा का पहला सैनिक स्कूल और भाकली में केंद्रीय विद्यालय स्थापित किया गया।
इसके अलावा एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित कराया गया। लेकिन मौजूदा सरकार के पिछले साढ़े 9 साल में एक ब्वॉयज कॉलेज की जो घोषणा की थी वो भी आज तक नहीं बन सका। मुझे इस बात का दुःख है कि साढ़े 9 साल में 19 शिक्षण संस्थान तो दूर 1 भी नहीं बनाया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि मनेठी एम्स की घोषणा के 9.5 साल बाद भी यह परियोजना कागजों पर ही अटकी पड़ी है। जबकि, वर्ष 2015 में खुद मुख्यमंत्री जी ने मनेठी (रेवाड़ी) एम्स की घोषणा की थी, फिर भी आज तक इसका काम शुरू नहीं हो सका। दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि मनेठी एम्स का काम जल्द शुरू कराया जाए।वाहन चालकों को एक ओर झटका, NHAI ने इस रूट पर बढ़ाया टोल टैक्स, यहां पढिए नई रेट लिस्ट
इसके बाद अनाज मंडी के सामने सेक्टर 1 में आयोजित युवा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 9 साल में बीजेपी सरकार ने विकास में नंबर 1 रहे हरियाणा को बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार में नंबर 1 बना दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 9 वर्षों में हरियाणा में कोई नई बड़ी परियोजना नहीं आई बल्कि उन्होंने दिन-रात मेहनत करके यूपीए सरकार से जो बड़ी परियोजनाएं मंजूर कराई थी वो भी एक-एक करके दूसरे प्रदेशों में चली गई और ये सरकार उनके जाने का विरोध तक नहीं कर पाई। इनमें रेल कोच फैक्ट्री, इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बाढ़सा एम्स-2 परिसर में बचे हुए 10 राष्ट्रीय महत्व के स्वास्थ्य संस्थान प्रमुख हैं।वाहन चालकों को एक ओर झटका, NHAI ने इस रूट पर बढ़ाया टोल टैक्स, यहां पढिए नई रेट लिस्ट
सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि देश की सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना हरियाणा के हर नौजवान का सपना होता है। लेकिन बीजेपी सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर नौजवानों के सारे सपनों पर पानी फेर दिया। देश की कुल आबादी का 2 प्रतिशत आबादी वाला हरियाणा देश की सेना में 10% की भागीदारी करता रहा है।
अग्निवीर योजना से युवाओं का मोहभंग
लेकिन आज हालत ये है कि अग्निवीर योजना से युवाओं का मोहभंग हो रहा है। इस योजना में भर्ती कई युवा बीच में ही ट्रेनिंग छोड़ कर जा रहे हैं। अखबारों में छपी खबरें बता रही हैं कि पहले बैच में ही 50 से ज्यादा युवा ट्रेनिंग बीच में ही छोड़कर चले गए और दूसरे बैच में भी ऐसे ही हालात हैं। अग्निवीर योजना के तहत भर्ती नौजवानों का फौज की ट्रेनिंग बीच में छोड़कर चले जाना बताता है कि युवाओं का देश की सेना में जाने का क्रेज कम हो रहा है।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा मौजूदा भाजपा जजपा गठबंधन सरकार के मंत्रियों में लूटने की होड़ लगी हुई है। जनता तंग आकर सरकार को बदलने के लिए तैयार है। आज प्रदेश बेरोजगारी, भ्रष्टाचार में नंबर वन हो गया है। महंगाई पर काबू पाने में मौजूदा सरकार पूर्ण रूप से विफल रही है। वही निवेश में भी प्रदेश सबसे पीछे चला गया है।वाहन चालकों को एक ओर झटका, NHAI ने इस रूट पर बढ़ाया टोल टैक्स, यहां पढिए नई रेट लिस्ट
इस अवसर पर हरियाणा विधान सभा के पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, विधायक चिरंजीव राव, पूर्व मंत्री शकुंतला भगवरिया, पूर्व मंत्री एम.एल रंगा, पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा, पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह, प्रधान चंद्रशेखर गौतम, डॉ. मुकेश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, पूर्व कार्यकारी प्रधान प्रेम कौशिक, NSUI हरियाणा के प्रधान अविनाश यादव, बावल चेयरमैन वीरेंद्र महलावत, प्रवक्ता वेद प्रकाश विद्रोही व बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य लोग मौजूद रहे।