लोकडाउन की घोषणा होते ही रांतों रात भागने लगे श्रमिक
धारूहेडा: सुनील चौहान। भूखे प्यासे कई किलोमीटर पैदल चलने का कारनामा श्रमिक पिछले बार हुए लोकडाउन से भूले नही है। इस बार हरियाणा सरकार के 7 दिन के लॉकडाउन की घोषणा का पता लगते ही रातों-रात प्रवासियों का पलायन शुरू हो गया। रविवार रात को रेवाड़ी से प्राइवेट बसों में सैकड़ों लोग यूपी बिहार के लिए रवाना हुए। प्रदेश में लोकडाडन होने तथा कंपनियों में शटडाउन के साथ ही मजदूरी का काम भी ठप होने के चलते श्रमिक अपने गांव लोटने लगे है।
श्रमिक रामेंश्वर ने बताया कि हाईवे स्थित उनकी ऑटो पार्ट्स कंपनी में सप्ताहभर के लिए शटडाउन हो गया है। इसलिए घर वापस जा रहे हैं। कंपनी की ओर से कहा गया है कि जब काम शुरू होगा तो वापस बुला लेंगे।
यूपी के सुल्तानपुरी निवासी रमणिक ने बताया कि धारूहेडा एक कंपनी काम कर रहे हैं। पहले भी लॉकडाउन लगा था, तब पैदल भी चलना पड़ा था। उस समय 3 महीने घर रहकर अब काम पर लौटे थे। अभी तक कहा जा रहा था कि इस बार लॉकडाउन नहीं लगेगा, इसलिए रुके रहे। अब लॉकडाउन लग गया तो वापस जा रहे हैं। निकिता व अंजू ने बतायास वे लोग ऑटो पार्टस कंपनी में काम करते हैं। कंपनी बंद होने से उन्हें कहा गया है कि घर जाएं। कुछ दिन में बुलाया जाएगा।
कस्बे में करीब 20 हजार से अधिक श्रमिक किराये पर रहते है। कुछ श्रमिको की नौकरी स्थाई होने के चलते वे कंपनी खुलने का इंतजार कर रहे है। वही अधिकाश अस्थाई श्रमिकों ने लोकडाडन लगते ही रातों रात रवाना हो रहे है। रविवार रात व सोमवार सुबह वाहनों में बडी संख्या में श्रमिक अपने घर जा रहे है। श्रमिको का कहना है अगर एक दो दिन यहीं पर रूक गए तो बाद में घर जाना मुश्किल हो जाएगा।
कंपनियों मे आयेगी श्रमिकों की समस्या: श्रमिकों के पलायन होने ही औद्योगिक कस्बे में श्रमिको की समस्या उत्पन हो जाएगी। श्रमिकों व कच्चे माल के अभाव में जहां पहले भी कई कंपनियों में उत्पादन नही हो रहा था, वहीं लोकडाउन खुलने के बाद कई महिनो तक दोबारा फिर मेनपावर की किल्लत आने का अंदेशा है।
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