हिंद फौज के सेनानियों का शिलालेख पट्ट एवं म्यूजियम बनाने की मांग

रेवाडी: आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा सरकार के सामाजिक न्याय व अधिकारिता एवं सैनिक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश यादव से नारनौल में गुमनाम सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानियों का दर्जा दिलवाने हेतु प्रयासरत प्रतिनिधिमंडल सामाजिक कार्यकर्ता डॉ.आरके जांगड़ा विश्वकर्मा, सदस्य,स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार व सामाजिक कार्यकर्ता श्रीभगवान फोगाट के नेतृत्व में भेंट कर राज्य के प्रत्येक जिले में हरियाणा के आजाद हिंद फौज के सेनानियों का शिलालेख पट्ट एवं उनकी यादों को चिरस्थाई बनाने हेतु म्यूजियम सुभाष पार्क में भव्य रूप में बनाने की मांग की गई। इस अवसर पर डॉ. विश्वकर्मा ने मंत्री ओमप्रकाश यादव को बताया कि हरियाणा के आजाद हिंद फौज के सेनानियों का स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

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राष्ट्रभक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के के नेतृत्व में देशभर में जारी आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा के आजाद हिंद फौज के सेनानियों का शिलालेख पट्ट एवं म्यूजियम हरियाणा सरकार द्वारा बनावाना युवा पीढ़ी को देश भक्ति हेतु प्रेरित करने हेतु उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। हरियाणा के बहादुर अंग्रेजी सेनाओं के जवानों ने द्वितीय विश्व युद्ध के समय नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आह्वान पर बगावत कर आजाद हिंद फौज में हिस्सा लिया था और वह लड़ाई में शहीद हुयें व पकड़े गयें जवान अंग्रेजी सेनाओं की जेलों में यातनाएं सहते हुयें शहीद हुये| नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेना के गुमनाम सिपाहियों का रिकॉर्ड आजाद हिंद फौज परिजनों तक पहुंचाना आजादी के अमृत महोत्सव पर उनका उचित सम्मान होगा। डॉ.विश्वकर्मा ने कहा अंग्रेजी हुकूमत और पूर्व की केंद्र सरकारों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों को आजाद हिंद फौज के सेनानी का दर्जा देने में भेदभाव पूर्ण नीति अपनाई गई। उन्होंने कहा स्वतंत्रता सेनानी देश की धरोहर है जिनकी बदौलत हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।

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प्रतिनिधिमंडल ने बताया सेनानियों का रिकॉर्ड अग्रेजी सेनाओं द्वारा आधा अधूरा दिया गया था।राष्ट्रीय अभिलेखागार कार्यालय में गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का रिकॉर्ड आजाद हिद फौज गौरव गाथा इतिहास मौजूद है।डॉ. विश्वकर्मा ने अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस की गोपनीय फाइलों को राष्ट्रभक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उजागर करने पर उनका आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस कों अनेकों देशों द्वारा मान्यता प्राप्त थी और उन्होंने 30 सितंबर 1943 को आजाद भारत का झंडा अंडमान निकोबार में फहराया था। उस समय देश के इतिहासकारों ने महत्वपूर्ण घटनाओं को छुपाया था।

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हरियाणा के ऐसे जवानों की सख्या काफी ज्यादा है जिन्होंने आजाद हिद फौज में हिस्सा लिया था उनको स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा नहीं दिया गया है,वह आज तक गुमनाम है अतः सैनिक कल्याण मंत्री महोदय से नेता जी सुभाष चंद्र बोस पार्क में शिलालेख पट्ट व मयुजियम हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मांगपत्र के माध्यम से बनवाने की मांग की गई। माननीय मंत्री ओमप्रकाश यादव ने सकारात्मक सहयोग के आश्वासन के साथ मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया। प्रतिनिधिमंडल में डॉ.आर.के. जांगड़ा, श्रीभगवान फोगाट, जितेंद्र कुमार सुभाष सिंह अशोक यादव, राजीव सिंह, विनय कुमार, संजय सिंह, रामनिवास, उमेद सिंह आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।