भिवाडी से आक्सीजन गैस की आपूर्ति बंद, अस्पतालों व कंपनियों में छाया संकट

रेवाडी: सुनील चौहान। कोरोना के भर्ती मरीजों में बढ़ती ऑक्सीजन की जरूरत के बीच भिवाड़ी से होने वाली सप्लाई बंद होने से अस्पतालों व कंपनियों में ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो गया है। निजी कोविड अस्पतालों के पास महज दो दिन का स्टॉक बचा हुआ है। वहीं कंपनियों में गेस को लेकर मारा मारी हो रही है। ऐसे में जल्द ही समाधान नहीं हुआ आक्सीजन के अभाव में भारी परेशानी हो सकती है।
गौरतलब है अक्सर जिले के सभी प्राईवेट अस्पतालों में रोजना 70-80 ऑक्सीजन तथा कंपनियो में 400 से 500 सिलिंडरों की जरूरत पड़ती है। लेकिन कारोना के मरीजों के अस्पतालों में भर्ती होने से ऑक्सीजन मांग दोगुनी से ज्यादा हो गई है। अब जिले के अस्पतालों में प्रतिदिन 200 सिलिंडर आक्सीजन की खपत है। ऐसे
सरकार के आदेशों से बढ़ी परेशानी:
भिवाड़ी की एक निजी कंपनी द्वारा लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बनाई जाती है। यहां से गुरुग्राम, रेवाड़ी, अलवर, महेंद्रगढ़ व नारनौल सहित आसपास के जिलों में आक्सीजन की सप्लाई होती है। जिले में भिवाड़ी से टैंकर में भरकर एलएमओ मंगवाई जाती है। इसके बाद इसको सिलिंडर में भरकर अस्पतालों में सप्लाई की जाती है। लेकिन राजस्थान सरकार ने भिवाड़ी स्थित कंपनी से राजस्थान, दिल्ली व मध्य प्रदेश को ही ऑक्सीजन सप्लाई देने की शर्त लगा दी है। ऐसे में धारूहेडा, बावल व रेवाडी के अस्पतालों में आक्सीजन का संकट छा गया है।
कंपनियों में छाने लगा है संकट: उद्योगपतियों ने बताया कि भिवाड़ी की कंपनी द्वारा आक्सीजन की आपूर्ति देने से मना कर दिया गया है। ऐसे में अब हरियाणा में पानीपत मंगवाने का प्रावधान है। लेकिन पानीपत में पहले से भारी दबाव है। कारोना के चलते अस्पतालों में आक्सीजन की मांग ज्यादा बढ गई है।