– दुग्ध एवं डेयरी व्यवसाय के माध्यम से बेरोजगार युवाओं को बनाया जा रहा स्वरोजगारपरक
रेवाडी: सुनील चौहान। हरियाणा पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदेश की प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता में बढ़ोतरी करने तथा डेयरी व्यवसाय से बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगारपरक बनाने के उद्देश्य से दुग्ध एवं डेयरी से संबंधित कईं नई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा हाईटेक मिनी डेयरी योजना के तहत सामान्य वर्ग के पशुपालक 4, 10, 20 तथा 50 दुधारू पशुओं की डेयरी स्थापित कर सकते हैं। विभाग द्वारा 4 व 10 दुधारू पशुओं (भैंस/गाय) की डेयरी स्थापित करने वाले व्यक्तियों को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इसी प्रकार, 20 व 50 दुधारू पशुओं की डेयरी पर ब्याज की सब्सिडी देने का प्रावधान दिया गया है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति से जुड़े व्यक्तियों के लिए 2/3 दुधारू पशुओं की डेयरी स्थापित करने तथा सूअर पालन के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि भेड़ या बकरियों की डेयरी करने वाले व्यक्तियों को 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। डेयरी पालन का व्यवसाय करने के इच्छुक व्यक्तियों को सरल पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण करते समय परिवार पहचान-पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, कैंसल चैक तथा बैंक की एनओसी अपलोड करनी होगी। विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी भी कार्य दिवस में विभाग के कार्यालय से संपर्क स्थापित किया जा सकता है।