दिल्ली: एनसीआर में बारिश का नया दौर शुरू होने जा रहा है। मौसम विभाग ने बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऐसे में यदि पूरा दिन बादल बरसते हैं तो सितंबर की बारिश पिछले 121 सालों का रिकॉर्ड को धव्सत करती है। अब तक सितंबर में 404 मिमी से भी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे पहले बीते 121 सालों में सबसे अधिक 417.3 मिमी बारिश का रिकॉर्ड 1944 में दर्ज है।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में मौसमी घटनाओं के दोबारा विकसित होने के कारण 22 सितंबर को बारिश का नया दौर शुरू हो रहा है, जोकि आगामी 29 सितंबर तक जारी रहेगा। इस कड़ी में बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट के साथ तेज बारिश की संभावना है। दिनभर बादलों की गर्जना के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा और इस स्थिति में दिल्ली बारिश का नया रिकॉर्ड भी बना सकती है।
दिल्ली में अभी तक पूरे मानसून 1170 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे पहले 1964 में 1190.9 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। विभाग ने बृहस्पतिवार के लिए दिल्ली के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इससे तापमान में भी कमी आएगी और अधिकतम तापमान 32 व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा।
मौसम विभाग ने यलो अलर्ट की संभावना जताई थी। इस कड़ी में दोपहर तक सूरज के कड़े तेवर रहे, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में तेज बारिश दर्ज की गई। सुबह नौ बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक 3.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। कुछ देर की बारिश से ही दिन में दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर हल्का जलजमाव भी रहा।
हालांकि, कुछ देर बाद ही पानी की निकासी हो गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 35.6 व न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में हवा में नमी का स्तर 55 से 89 फीसदी रहा। दिल्ली के रिज इलाके में सबसे अधिक 17.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
संतोषजनक श्रेणी में बरकरार दिल्ली-एनसीआर की हवा
दिल्ली-एनसीआर की हवा मंगलवार को भी संतोषजनक श्रेणी में रही। अगले 24 घंटों में बारिश होने की स्थिति में हवा की गुणवत्ता और भी साफ हो सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 83 रहा। इसके अलावा फरीदाबाद का 92, गाजियाबाद 95, ग्रेटर नोएडा का 92, गुरुग्राम का 74 व नोएडा का एक्यूआई 74 रहा। सफर इंडिया के मुताबिक, हवा में पीएम 10 का स्तर 80 व पीएम 2.5 का स्तर 31 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रहा।