Haryana के पलवल को मेट्रो से जोड़ने की योजना, जल्द शुरू होगा काम

Haryana के पलवल जिले को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। बल्लभगढ़ के नहर सिंह स्टेशन से पलवल को केएमपी-केजीपी इंटरचेंज मेट्रो से जोड़ा जाएगा। इस मेट्रो कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन होंगे और इसकी लंबाई लगभग 30 किलोमीटर होगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत 5000 करोड़ रुपये से अधिक होगी।
डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का कार्य जारी
पलवल जिले के उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि जिले में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्रशासन ने सक्रिय रूप से योजना तैयार की है। इस साल ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करके काम शुरू किया जाएगा।
फिलहाल, मेट्रो परियोजना की तकनीकी और लागत मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी होने की कगार पर है। हरियाणा मास रैपिड ट्रांजिट कॉरपोरेशन (HMRC) इस परियोजना की डीपीआर तैयार कर रहा है, जिसमें तकनीकी विवरण, समयसीमा और अनुमानित लागत का अंतिम निर्धारण किया जाएगा।
पहले केवल बस स्टैंड तक थी योजना, अब इंटरचेंज तक होगा विस्तार
पहले इस परियोजना को केवल पलवल बस स्टैंड तक सीमित रखा गया था, लेकिन अब इसे केएमपी-केजीपी इंटरचेंज तक विस्तारित किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में बल्लभगढ़ के टेक्नोलॉजिकल एरिया सेक्टर 58-59 (झाडसेंटली), सिकरी और पलवल जिले के सौफ़टा, पृथला, बघोला, अल्हापुर, दिल्ली गेट, बस स्टैंड, आगरा चौक, ओमैक्स सिटी और अटोहन चौक जैसे प्रमुख स्टेशनों को शामिल किए जाने की संभावना है।
रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा
मेट्रो नेटवर्क के आने से पलवल में रियल एस्टेट क्षेत्र में तेज़ी से विकास होने की उम्मीद है। दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में काम करने वाले लोगों के लिए पलवल एक सस्ता और सुविधाजनक आवासीय क्षेत्र साबित हो सकता है। इससे न केवल पलवल की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।
पलवल बनेगा दिल्ली क्षेत्र का प्रमुख कनेक्टिविटी सेंटर
मेट्रो परियोजना के चलते पलवल जल्द ही राजधानी दिल्ली क्षेत्र के प्रमुख ट्रांसपोर्ट हब के रूप में उभर सकता है। औद्योगिक क्षेत्रों के लिए भी यह परियोजना बेहद लाभदायक होगी, जिससे स्थानीय कारोबारियों और निवेशकों को लाभ मिलेगा।
पीएम मोदी और पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की घोषणाओं को मिलेगी गति
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष विधानसभा चुनाव के दौरान इस परियोजना की घोषणा की थी। इसके अलावा, तीन साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी पलवल को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने का वादा किया था। अब मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और हरियाणा मास रैपिड ट्रांजिट कॉरपोरेशन (HMRC) इस पर काम कर रहा है।
उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ का बयान
पलवल जिले के उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने बताया कि पलवल को मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। इस परियोजना में केएमपी-केजीपी इंटरचेंज पर अंतिम स्टेशन बनाने की योजना है, जिससे हरियाणा के अन्य जिलों को भी कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
परियोजना से संभावित लाभ
- बेहतर परिवहन सुविधा: दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा के लिए सुगम यातायात।
- रियल एस्टेट में उछाल: सस्ते आवासीय क्षेत्रों के रूप में पलवल का विकास।
- औद्योगिक विस्तार: औद्योगिक क्षेत्र को मिलेगी नई संभावनाएं।
- यात्रियों को राहत: ट्रैफिक जाम और परिवहन समस्याओं का होगा समाधान।
हरियाणा सरकार द्वारा पलवल को मेट्रो से जोड़ने की योजना जल्द ही साकार होने जा रही है। 5000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस परियोजना से न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी, बल्कि औद्योगिक और रियल एस्टेट सेक्टर को भी लाभ होगा। मेट्रो परियोजना के पूरा होने के बाद पलवल दिल्ली एनसीआर का एक महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी सेंटर बनकर उभरेगा।