Samrat Choudhary: तरापुर से बड़ी जीत दर्ज करने वाले (Samrat Choudhary)सम्राट चौधरी को एक बार फिर सर्वसम्मति से बिहार भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। एनडीए की हालिया जीत में उनके महत्वपूर्ण योगदान और संगठन में उनकी बढ़ती भूमिका के बाद यह फैसला पहले से ही तय माना जा रहा था। 57 वर्षीय सम्राट चौधरी कोइरी (कुशवाहा) समुदाय से आते हैं और अब नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में Samrat Choudhary उपमुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार बन गए हैं। ओबीसी समुदाय में उनकी पकड़ भाजपा को सामाजिक समीकरण मजबूत करने में मदद दे रही है।Samrat Choudhary
2024 में Samrat Choudhary उपमुख्यमंत्री और अब फिर से प्रचंड जीत: बता दे कि जनवरी 2024 में भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद वे उपमुख्यमंत्री बने। उन्होंने वित्त, स्वास्थ्य, शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभाला। चही इस बार 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पैतृक सीट तरापुर से 1,22,480 वोटों के साथ शानदार जीत दर्ज की।Samrat Choudhary
दोबारा बने Samrat Choudhary उपमुख्यमंत्री:विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद सम्राट चौधरी ने कहा कि पार्टी ने जो भरोसा जताया है, वह उसके लिए आभारी हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के चौमुखी विकास के लिए वे पूरी निष्ठा से काम करेंगे। उनका राजनीतिक सफर कई बार उतार-चढ़ाव से गुजर चुका है।
जानिए राजनीति इतिहास: बता दे कि 1990 में आरजेडी से राजनीति शुरू करने वाले सम्राट चौधरी 1999 में राबड़ी देवी सरकार में कृषि मंत्री बने, लेकिन आयु विवाद के चलते उसी वर्ष उन्हें पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद 2000 और 2010 में वे परबत्ता से विधायक चुने गए और 2010 में विपक्ष के मुख्य सचेतक बने। वर्ष 2014 में वे जेडीयू में शामिल हुए और जीतन राम मांझी सरकार में शहरी विकास एवं आवास मंत्री बने।Samrat Choudhary
2017-2018 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और संगठन में लगातार आगे बढ़ते गए। वे बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष और बाद में प्रदेश अध्यक्ष बने। 2020 में उन्हें विधान परिषद में भेजा गया। 2021-22 में उन्होंने पंचायती राज मंत्री के रूप में कार्य किया, जबकि 2022 से 2023 तक बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता रहे। मार्च 2023 से जुलाई 2024 तक बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण राजनीतिक अभियान चलाए।Samrat Choudhary

















