Rajasthan: प्रियंका का फोन आते ही सचिन पायलट ने तोडा’अनशन, जानिए अब आगे क्या होगा
सचिन पायलट ने ‘अनशन’, की आड में गहलोत पर साधा निशाना
दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की ओर से दी गई चेतावनी के बावजूद राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा मंगलवार को जयपुर में कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को ‘अनशन’ खत्म शुरू किया था । पायलेट ने गहलोत पर अनशन की आड में जमकर निशाना साधा । जैसे की प्रियंका गाधी का फोन उसे मिला तो उसने अनशन को खत्म कर दिया।Rewari crime: मालपुरा से मोबइल, नकदी चोरी करने वाला दबोचा
गहलोत के खिलाफ खोचा मोर्चा: सबसे अहम बात यह कि अपनी की पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पायलेट को इस अनशन से फायदा होगा या नही। यह तो समय भी बताएगा।
पिछले चार साल से है विरोध: दिसंबर 2018 में राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से ही इन दोनों नेताओं में खींचतान जारी है। कांग्रेस के सत्ता में आने के समय पायलट राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष थे।Rewari News: नदंरामपुर बास स्कूल में करवाई सेनीटाईजर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मामले को संभालने के लिए सचिन पायलट को फोन किया था। फिर भी, उन्होंने अपने ‘अनशन’ का कार्यक्रम स्थगित नहीं किया
दिसंबर 2018 से जारी है गहलोत और पायलट में खींचतान
बता दे कि गहलोत और पायलट में यह खींचतान दिसंबर 2018 में सरकार गठन के दौरान मुख्यमंत्री पद को लेकर शुरू हुई थी। तब पार्टी आलाकमान ने गहलोत को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद दिया गया, जबकि पायलट को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
जुलाई 2020 में पायलट ने कुछ और विधायकों के साथ गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। लगभग एक महीने तक राजनीतिक संकट रहा जो पार्टी आलाकमान की ओर से पायलट द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गौर करने के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया था।
अनशन के बाद क्या दिया ब्यान
अनशन’ खत्म होने के बाद पायलट ने कहा, ‘राजस्थान में जो भ्रष्टाचार हुआ, उसके विरोध में मैंने एक दिन का अनशन रखा था। इस मुद्दे को लंबे समय से उठा रहा था। इसी मुद्दे पर राहुल गांधी ने संसद के अंदर और बाहर अपनी आवाज को रखा था।