Haryana: BJP का सात सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाने की रणनीति तैयार, जानिए कहां भारी रहेगी कांग्रेस

ELECTION

Haryana : हरियाणा में 25 मई को लोकसभा के चुनाव है। पिछले बार यानि 2019 में Congress को 28.5 फीसदी वोटों से संतोष करना पड़ा था। इस बार BJP सात सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाने की रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है, वहीं Congress लोकसभा चुनाव में सीटों का सूखा खत्म करने की कोशिश में है। कौन सीट लेगा ये तो रिजल्ट आने के बाद ही साफ होगा।

 

10 सीट जीतना चुनौती
2019 में राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने वाली BJP के सामने इस बार अपनी पिछली जीत दोहराने की चुनौती है और वोट प्रतिशत बढ़ाने का भी दबाव है। पिछले चुनाव में BJP को 58.2 फीसदी वोट मिले थे, जो 1977 के बाद से चुनावी इतिहास में सबसे ज्यादा वोट हैं।

Congress को 28.5 फीसदी वोटों से संतोष करना पड़ा. इस  (Political News haryana) बार BJP सात सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाने की रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है, वहीं Congress लोकसभा चुनाव में सीटों का सूखा खत्म करने की कोशिश में है। हालाकि इस बार दो या तीन सीटो पर कांग्रेस से भाजपा पर भारी पड सकती है।

दीपेंद्र पड सकता है BJP पर भारी

रोहतक में Congress के दीपेंद्र हुड्डा और BJP के अरविंद शर्मा के बीच मुकाबला है, हालांकि ​जिस तरह से बीजेपी का यहां पर विरोध होे रहा है उससे ऐसा लगता है इस बार दीपेंंद्र भाजपा को मात देने मे कामयाब हो जाएगा। वहीं सिरसा में Congress की कुमारी शैलजा और BJP के अशोक तंवर के बीच दिलचस्प मुकाबला होना तय है।

आठ सीटों पर कांटे की टक्कर है. कुरूक्षेत्र एकमात्र ऐसी (Hindi News) सीट है जहां BJP के नवीन जिंदल, इंदिया प्रत्याशी डॉ. सुशील गुप्ता और INLD प्रत्याशी अभय चौटाला के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

बंतो कटारिया का मुकाबला इन प्रत्याशियों से है

अंबाला में BJP की बंतो कटारिया और Congress के वरुण मुलाना के बीच कड़ी टक्कर होगी, गुरुग्राम में BJP के राव इंद्रजीत और Congress के राज बब्बर के बीच कड़ी टक्कर होगी. फरीदाबाद में BJP के कृष्णपाल गुर्जर और Congress के महेंद्र प्रताप सिंह के बीच दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है.

करनाल में Congress ने दिव्यांशु बुद्धिराजा को मैदान में उतारकर BJP उम्मीदवार पूर्व सीएम मनोहर लाल को टक्कर देने की कोशिश की है.

भिवानी-महेंद्रगढ़ में Congress के राव दान सिंह और BJP के चौधरी धर्मबीर सिंह के बीच चुनावी जंग होगी. हिसार में Congress के जय प्रकाश जेपी और BJP के रणजीत चौटाला के बीच मुकाबला तय है, हालांकि यहां जेजेपी की नैना चौटाला और इनेलो की सुनैना चौटाला भी खुद को मुकाबले में मान रही हैं. सोनीपत में Congress के सतपाल ब्रह्मचारी और BJP के मोहन लाल बड़ौली के बीच मुकाबला होने जा रहा है.

BJP ने बढ़ाई राजनीतिक ताकत

पिछले दो चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो BJP ने अपनी राजनीतिक ताकत काफी हद तक बढ़ा ली है. 2014 में BJP ने सात, Congress ने एक और इनेलो ने दो सीटें जीती थीं. BJP का वोट प्रतिशत 34.8% था. Congress को 23 फीसदी वोट मिले.

साल 2019 में BJP सभी 10 सीटें जीतने में कामयाब रही और 58.2 फीसदी वोट हासिल कर पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. BJP ने Congress के 35 साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ने का काम किया था.

1984 में Congress ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति का फायदा उठाते हुए उन्होंने 54.9 फीसदी वोट हासिल किये. तब BJP को 7.5 फीसदी वोटों के साथ चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा था.

इन सातों सीटों पर जीत हासिल करने के लिए BJP हैट्रिक की रणनीति बना रही है

BJP सात सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में है, वहीं Congress उसे रोककर खुद जीत हासिल करने की कोशिश में है. साल 2014 और 2019 में BJP ने लगातार दो बार गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र, भिवानी-महेंद्रगढ़ और सोनीपत लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.

इस बार फिर BJP इन सातों सीटों पर जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में है. इन सात सीटों पर BJP ने कुछ उम्मीदवार बदले हैं जबकि इनमें से ज्यादातर पुराने उम्मीदवार हैं.

1977 में भारतीय लोकदल का 70.3% वोटों का रिकॉर्ड नहीं टूटा

BJP और Congress के वोटों के मामले में 1977 का चुनाव अपवाद के रूप में सबके सामने है. उस समय भारतीय लोकदल पार्टी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी और 70.3 फीसदी वोट हासिल किये थे. जनता पार्टी और लोकदल ने मिलकर चुनाव लड़ा था.

इस चुनाव के बाद BJP ने लगातार राजनीतिक प्रगति की है और Congress के ऊंचे वोट प्रतिशत के रिकॉर्ड को तोड़ने में जबरदस्त सफलता हासिल की है. ऐसे में BJP पर सभी सीटें जीतने के साथ-साथ वोट प्रतिशत बढ़ाने का भी भारी दबाव रहने वाला है.