मौसमदिल्लीबिहार विधानसभा चुनाव 2025CET 2025राजस्थानमनोरंजनराशिफलबिजनेसऑटो मोबाइलरेवाड़ीआध्यात्मिकअन्य

Health Tips: ठंड में क्यों बढ़ जाती है डिहाइड्रेशन की समस्या, जानिए कैसे करें इसकी पहचान ?

On: November 30, 2025 10:48 PM
Follow Us:

Health Tips: सर्दियों में अक्सर लोग डिहाइड्रेशन की समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं। क्यो कि ठंड में पसीना नहीं आता, इसलिए लोग कम पानी पीते है। जबकि यह गलत है! यहीं कारण है कि ठंड के दिनों में डिहाइड्रेशन का जोखिम बढ़ जाता है, लेकिन इसके लक्षण इतनी धीमी गति से सामने आते हैं कि लोग इसे पहचान नहीं पाते। जब ये गंभीर बन जाती है तक हमारा शरीर खराब हो चुका होता है।

शरीर में पानी की कमी से थकान, सिरदर्द और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं, और अगर इसे ठीक न किया जाए तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए इस लेख में सर्दियों में डिहाइड्रेशन की समस्या के बारे में विस्तार से जानते हैं।Health Tips

इसका एक कारण यह है कि ठंडी हवा में सांस लेने पर शरीर से नमी तेजी से बाहर निकलती है। दूसरा कारण यह है कि ठंडे मौसम में शरीर प्यास लगने के संकेत को दबा देता है, यानी हमें कम प्यास महसूस होती है। इसके अलावा लोग चाय, कॉफी या सूप जैसे गर्म पेय पदार्थों पर अधिक निर्भर रहते हैं, जो पानी की कमी को पूरा नहीं कर पाते।

शरीर में पानी की कमी से थकान, सिरदर्द और कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं, और अगर इसे ठीक न किया जाए तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए इस लेख में सर्दियों में डिहाइड्रेशन की समस्या के बारे में विस्तार से जानते हैं।Health Tips

अधिक पेशाब आना: बता दे कि ठंडे वातावरण में शरीर रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है जिससे रक्त हृदय के आस-पास केंद्रित हो जाता है। ऐसे में मस्तिष्क किडनी को अधिक पेशाब बनाने का संकेत देता है। इसे कोल्ड डाययूरेसिस कहते हैं, जिससे शरीर से और अधिक तरल पदार्थ बाहर निकल जाता है।

कम प्यास लगना: ठंड में डिहाइड्रेशन बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण है कि प्यास कम लगती है। ठंडे तापमान में शरीर रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, जिससे गर्मी शरीर के अंदर बनी रहे। यह प्रक्रिया मस्तिष्क में प्यास लगने वाले संकेतों को दबा देती है। दूसरा हमें पसीना आता है इसलिए हमें यह महसूस नहीं होता कि हमें पानी पीने की जरूरत है।

श्वसन जल हानि: सर्दियों में हवा आमतौर पर रूखी और ठंडी होती है। जब हम ठंडी हवा में सांस लेते हैं, तो शरीर इसे गर्म करने और नम करने के लिए अपनी आंतरिक नमी का उपयोग करता है। जब हम सांस बाहर छोड़ते हैं, तो वह नमी वाष्प के रूप में बाहर निकल जाती है। बार-बार ऐसा होने पर, शरीर से तरल पदार्थ का नुकसान होता रहता है, जिसे श्वसन जल हानि कहते हैं।

 

डिहाइड्रेशन की पहचान कैसे करे: डिहाइड्रेशन को पहचानने का सबसे आसान तरीका है अपने पेशाब के रंग को देखना। अगर आप पर्याप्त हाइड्रेटेड हैं, तो आपके पेशाब का रंग हल्का पीला या लगभग पारदर्शी होगा। अगर पेशाब का रंग गहरा पीला है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि आपको तुरंत और अधिक पानी पीने की जरूरत है।

Sunil Chauhan

मै पिछले दस साल से पत्रकारिता में कार्यरत हूं। जल्दी से जल्दी देश की की ताजा खबरे को आम जनता तक पहुंचाने के साथ समस्याओं को उजाकर करना है।

Join WhatsApp

Join Now

google-newsGoogle News

Follow Now