Heat waves: अभी नहीं थमेगा गर्मी का सितम, यहां जानिए गर्मी से बचने के उपाय ?

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Heat waves: अत्यधिक गर्मी का मानव शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है, जिससे अनेक स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं। हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, और हीट एक्सहॉस्टन जैसे गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान नियंत्रित रखना कठिन हो जाता है, जिससे शरीर के आंतरिक तापमान में वृद्धि होती है। इस वृद्धि से हीट स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है, जो एक जानलेवा स्थिति हो सकती है।

 

गर्मी के मौसम में तापमान का बढ़ता प्रकोप हर साल नई ऊंचाइयों को छूता दिख रहा है। विभिन्न शहरों और क्षेत्रों में तापमान की स्थिति इस वर्ष काफी चिंताजनक रही है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में इस वर्ष तापमान ने 45 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा पार कर लिया, जो पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक है। आज के इस लेख मे गर्मी से बचने के उपाय बताए गए है।

गर्मी से बचने के लिए घरेलू उपाय
गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपनाना न केवल आसान है, बल्कि बेहद प्रभावी भी हो सकता है। सबसे पहले, ठंडे पेय पदार्थों का सेवन गर्मियों में बहुत लाभकारी होता है। नींबू पानी, आम पना, नारियल पानी, और ठंडे फलों के रस जैसे पेय पदार्थ न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति भी करते हैं। इन पेयों का नियमित सेवन आपको डीहाइड्रेशन से भी बचाता है।

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हल्के और ढीले कपड़े पहनना गर्मी से बचने का एक और महत्वपूर्ण उपाय है। सूती और लिनन जैसे प्राकृतिक फाइबर के कपड़े त्वचा को सांस लेने का मौका देते हैं और पसीने को आसानी से सोख लेते हैं, जिससे शरीर ठंडा रहता है। तंग और सिंथेटिक कपड़े गर्मियों में असुविधाजनक हो सकते हैं और त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं।

घर को ठंडा रखने के उपाय भी गर्मियों में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। दिन के समय खिड़कियों और दरवाजों पर मोटे पर्दे या ब्लाइंड्स का उपयोग करना चाहिए जिससे धूप अंदर न आ सके। यह घर को ठंडा रखने में मदद करता है। इसके अलावा, अधिक गर्मी के समय एयर कंडीशनिंग या कूलर का प्रयोग करना भी प्रभावी होता है। यदि एयर कंडीशनिंग का उपयोग नहीं किया जा सकता, तो पंखों का प्राथमिकता से उपयोग करें और साथ ही पानी की बाल्टी में बर्फ डालकर पंखे के सामने रख सकते हैं जिससे ठंडी हवा मिले।

इन सरल घरेलू उपायों को अपनाकर आप गर्मी के प्रकोप से बच सकते हैं और अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

आहार और पोषण संबंधी सुझाव
गर्मी के मौसम में सही आहार और पोषण का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखना आवश्यक होता है। ताजे फल और सब्जियों का सेवन इस मौसम में अत्यधिक लाभकारी होता है। तरबूज, खीरा, खरबूजा, संतरा, और अंगूर जैसे फलों का सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है। साथ ही, ये फल पानी की मात्रा से भरपूर होते हैं, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।

सब्जियों में ककड़ी, टमाटर, और पालक जैसे हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी गर्मी में लाभकारी होता है। ये सब्जियां न केवल शरीर को आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करती हैं, बल्कि इन्हें खाना भी आसान होता है। इस मौसम में सलाद का सेवन बढ़ा देना चाहिए, जिससे शरीर को ताजगी मिलेगी।

गर्मी के मौसम में अधिक पानी पीना अत्यंत आवश्यक है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ, और अन्य हाइड्रेटिंग पेय पदार्थ शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं। कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम से कम करना चाहिए, क्योंकि ये पदार्थ शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं।

मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र पर दबाव डालते हैं और शरीर को अधिक गर्मी का अनुभव कराते हैं। इसके बजाय, हल्के और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ओट्स, दही, और हल्की खिचड़ी जैसे खाद्य पदार्थ पाचन में सहायक होते हैं और शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं।

गर्मी के मौसम में आहार और पोषण पर ध्यान देकर आप न केवल स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि इस गर्मी के सितम से भी बच सकते हैं।

गर्मी के मौसम में बाहर का वातावरण अत्यधिक गर्म और असहनीय हो सकता है, लेकिन कुछ सरल उपायों को अपनाकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक है सनस्क्रीन का नियमित उपयोग करना। सनस्क्रीन आपकी त्वचा को हानिकारक अल्ट्रावायलेट (यूवी) किरणों से बचाता है, जो त्वचा को झुलसा सकती हैं और लंबे समय तक एक्सपोजर से त्वचा कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।

धूप में अधिक समय बिताने से बचना भी एक महत्वपूर्ण कदम है। अगर संभव हो, तो सुबह और शाम के ठंडे समय में ही बाहर निकलें। दोपहर के समय जब सूरज अपनी चरम पर होता है, उस समय बाहर जाने से बचें। यदि बाहर जाना अनिवार्य हो, तो छाया में रहने की कोशिश करें और खुले स्थानों पर जितना संभव हो सके ठंडे स्थानों में रहें।

छाता और टोपी का उपयोग भी धूप से बचने का एक प्रभावी तरीका है। छाता और टोपी न केवल आपकी त्वचा को सूरज की किरणों से बचाते हैं, बल्कि आपकी आंखों को भी सुरक्षित रखते हैं। इसके अतिरिक्त, हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनने से शरीर को ठंडक मिलती है और पसीना भी कम होता है।

इसके अलावा, हाइड्रेटेड रहना भी अत्यंत आवश्यक है। गर्मी में शरीर से पसीने के रूप में अधिक पानी निकल जाता है, जिससे डीहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें और यदि संभव हो तो इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय पदार्थों का सेवन करें।