Hathras Satsang Stampede: यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी, इस हादसे में करीब 122 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
ये हादसा हाथरस जिसे के 47 किलोमीटर दूर फुलराई गांव में हुआ था. जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया था और जांच के निर्देश दिए थे. अब हाथरस हादसे में आज यानी 9 जुलाई को एक नया अपडेट सामने आया है.
हाथरस हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है. सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के 6 अधिकारियों को दोषी माना है. सिकंदराराऊ एसडीम रविंद्र कुमार, तहसीलदार सुशील कुमार, सीओ डॉक्टर आनंद कुमार, कोतवाली प्रभारी आशीष कुमार के साथ ही पोरा चौकी इंचार्ज बृजेश पांडे और कचौरा चौकी इंचार्ज मनवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.
हाथरस हादसे में 6 अधिकारी सस्पेंड
एसआईटी ने देर रात लखनऊ में शासन को जांच की रिपोर्ट सौंप दी है. जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री ने 6 को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. हाथरस हादसे को लेकर एक विशेष टीम गठित किया गया था. गठित एसआईटी टीम ने रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में बाबा नारायण साकार हरि का कोई भी जिक्र नहीं है तो वहीं दूसरी ओर साजिश की ओर भी इशारा किया गया है.
गठित टीम ने सौंपी रिपोर्ट
हाथरस के सिकंदराराऊ में घटित हादसे के तुरंत बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 2,3 और 5 जुलाई को घठनास्थल का निरीक्षण किया था. रिपोर्ट में बताया गया है कि जांच के दौरान कुल 125 लोगों का बयान लिया गया है, जिसमं प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी के साथ-साथ आम जनता और घटना पर मौजूद लोगों का बयान भी शामिल है.
सत्संग कार्यक्रम के दौरान हुआ था हादसा
फुलराई गांव में भोले बाबा के सत्संग का कार्यक्रम चल रहा था, जैसे ही सत्संग खत्म हुआ लोगों ने भागना शुरू दिया था, जिसेसे भगदड़ मच गई और ये हादसा हो गया था. इस हादसे में अब सीएम योगी सरकार की तरफ से सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के 6 अधिकारियों को दोषी माना गया है.