World Bocchia Challenger Series: हरियाणा के खिलाड़ियों की खेल के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन की परंपरा लगातार जारी है। वर्ल्ड बोच्चिया चैलेंजर सीरीज में रेवाड़ी की बेटी Pooja Gupta, जो 90% शारीरिक विकलांगता के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से खेल के मैदान में देश का नाम रोशन किया है।
आयोजित वर्ल्ड बोच्चिया चैलेंजर सीरीज में रेवाड़ी की बेटी Pooja Gupta ने दो मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है। पूजा ने व्यक्तिगत श्रेणी में ब्रॉन्ज और मिश्रित जोड़ी में सिल्वर मेडल जीतकर एक नया रिकोर्ड बनाया है।
जानिए क्या है बोच्चिया खेल का महत्व
बता दे कि बोच्चिया एक पैरा खेल है, जिसमें खिलाड़ियों को अपनी मानसिक और शारीरिक ताकत के साथ-साथ रणनीति का उपयोग करना पड़ता है। यह खेल विशेष रूप से विकलांग खिलाड़ियों के लिए डिजाइन किया गया है। पूजा जैसी कई इंडिया की प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस खेल में छाई हुई है।
बनी पहली भारतीय खिलाड़ी : बता दे कि Pooja Gupta ने बीसी-4 महिला व्यक्तिगत श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल जीता। जबकि उन्होंने संयुक्त जोड़ी बीसी-4 श्रेणी में अपने साथी जतिन कुमार के साथ सिल्वर मेडल भी जीता है। इस उपलब्धि के साथ पूजा इस श्रेणी में मेडल जीतने वाली पहली भारती अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बन गई हैं।
जानिए कौन है पूजा गुप्ता: बता दे हरियाणा के जिला रेवाड़ी के नई आबादी मोहल्ला निवासी Pooja Gupta वर्तमान में पंजाब नेशनल बैंक, पंचकूला में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं।
पूजा ने खेल की शुरुआत साल 2020 में की थी । जिसके चलते अब तक वह हर दिन नया इतिहास रच रही है। उनके कोच जसप्रीत और परिवार के साथ-साथ उनकी चाची और चाचा का मार्गदर्शन का ही प्रेरणा का स्रोत बताया है।
जानिए Pooja Gupta की उपलब्धियां
- राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2024, ग्वालियर
- बीसी-4 श्रेणी में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता।
- एशियन पैरा गेम्स 2023, चीन
- अक्टूबर 2023 में आयोजित एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- वर्ल्ड बोच्चिया चैलेंजर, हांगकांग
- दिसंबर 2023 में हांगकांग में आयोजित वर्ल्ड चैलेंजर में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
- राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2022, पंजाब
- दो गोल्ड मेडल जीतकर अपने खेल कौशल का प्रमाण दिया।
- राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2021, आंध्र प्रदेश
- बीसी-4 श्रेणी में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मां ने कहा बेटी पर गर्व: पूजा की मां सुनीता गुप्ता ने बेटी की सफलता पर गर्व जताते हुए कहा कि पूजा ने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी । विषम परिस्थितियो के बावजूद हर चुनौती का सामना किया। पूजा की इस उपलब्धि ने हरियाणा ही नहीं देश को गर्वित किया है।