हरियाणा: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल कहा कि सरकार ने राज्य में हरियाणा कन्या कोष के नाम से एक फंड स्थापित किया है, जो दान, नकद और सरचार्ज के रूप में प्राप्त होने वाली राशि से संचालित होगा। इस कोष से जरूरतमंद बेटियों की हर तरह की मदद सरकार करेगी। इस कोष से 54 लाख रुपये की राशि लड़कियों के सशक्तीकरण पर खर्च की गई है।Rewari: श्रमिको को सरकारी योजनाओं के बारे किया जागरूक: वर्षा जैन
लड़कियों को बोझ समझने वाले लोगों की मानसिकता में बदलाव कर सरकार ने करीब एक दर्जन ऐसी सरकारी योजनाएं शुरू की हैं, जो बेटियों के साथ-साथ उनके मां-बाप का सहारा बन रही हैं। प्रदेश सरकार की सख्ती और लोगों की जागरूकता का असर है कि अब राज्य में बेटियां कोख में नहीं मारी जाती है।
सुकन्या समृद्धि खाता योजना
हरियाणा ने सुकन्या समृद्धि खाता योजना को भी सफलतापूर्वक लागू किया है, जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री ने पानीपत में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ ही की थी। इस योजना के तहत बच्चियों के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक एक हजार रुपये से खाता खोला जा सकता है और डेढ़ लाख रुपये तक इस खाते में जमा कराए जा सकते हैं। 21 साल बाद पूरी जमाराशि ब्याज सहित मिलती है। इसके तहत अब तक 7 लाख 38 हजार 457 खाते खुलवाए जा चुके हैं।इंडिया गठबंधन: मप्र में चुनावो को लेकर कांग्रेस-सपा में रार, जानिए अब क्या होगा ?
पहले कभी कन्या भ्रूण हत्या के लिए बदनाम रहे हरियाणा में तेजी के साथ लिंग अनुपात में सुधार हो रहा है। महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधिक मामलों की तेज सुनवाई के लिए 16 फास्टट्रैक अदालतें स्थापित की गई हैं। 12 वर्ष से कम आयु वाली बच्ची से दुष्कर्म के मामले में फांसी की सजा का प्रविधान किया है।
















