Water, Best24News: अक्सर हम देखते हैं कि लोग सुबह उठने के बाद 2 गिलास से लेकर आधा लीटर तक पानी पी जाते हैं। वहीं, कुछ लोग तो सुबह-सुबह ही 1 लीटर तक पानी पी जाते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि सुबह-सुबह पानी पीने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं।
यह हमारे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और पाचन को दुरुस्त रखता है। लेकिन क्या वाकई ऐसा है? क्या वाकई सुबह बहुत सारा पानी पीना आपके लिए लाभकारी होता है? आयुर्वेद की मानें, तो एक बार में बहुत अधिक पानी पीना सही नहीं है, खासकर सुबह के समय।
आयुर्वेद कभी भी ऐसा करने की सलाह नहीं देता है। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीक्षा भावसार सवलिया के अनुसार, “सुबह ज्यादा पानी आपकी सेहत को फायदे की बजाय नुकसान पहुंचा सकता है।” अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने आयुर्वेद के अनुसार के अनुसार सुबह ज्यादा पानी पीना चाहिए या नहीं और इसकी सही मात्रा के बारे में विस्तार से बताया है।
डॉ. दीक्षा के अनुसार, “जब आप सुबह उठने के तुरंत बाद अधिक पानी पीते हैं, तो यह आपकी पाचन अग्नि को मंद कर देता है। सुबह के समय हमारी पाचन अग्रि पहले से ही मंद होती है। ऐसे में जब आप बहुत पानी पीते हैं, तो यह एक तरह से अग्नि को बुझाने का काम करता है। यह आग पर पानी डालने के समान है।
जब आप गुनगुना पानी पीते हैं, तो यह आपके मेटाबॉलिज्म और डाइजेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है। लेकिन जब आप बहुत सारा सादा या ठंडा पानी पीते हैं, तो मेटाबॉलिज्म को नुकसान पहुंचाता है।
साथ ही, पाचन को भी प्रभावित करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, आपकी यह आदत लिवर, किडनी और मस्तिष्क की कोशिकाओं पर भी दबाव डालती है और नुकसान पहुंचाती है। इसकी वजह से आपकी तंत्रिकाएं शिथिल हो जाती हैं और नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है।”
तो आयुर्वेद क्या सलाह देता है?
आयुर्वेद की मानें, तो “बहुत सारा पानी पीने की बजाए घूंट-घूंट कर सिर्फ एक गिलास गुनगुना पानी पीना ही आपके लिए पर्याप्त होता है। इस प्रक्रिया को आयुर्वेद में ऊष्णपान कहा जाता है। आयुर्वेद हमेशा यह सुझाव देता है कि आपको सुबह सबसे पहले सिर्फ एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए।
आयुर्वेद कभी भी यह नहीं कहता है कि आपो 1-1 लीटर या उससे भी अधिक पानी पीना चाहिए। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो सुबह-सुबह बहुत सारा पानी पी जाते हैं, तो आपको आज से ही इस आदत को कंट्रोल करने की जरूरत है। हमेशा एक या दो गिलास
पिएं या यूं कहें कि अपनी क्षमता के अनुसार पानी पिएं।”