Vande Bharat version 2 Train: हरियाणा सहित इन 5 राज्यों में दौडेगी वंदे भारत वर्जन टू ट्रेन, हाई स्पीड रेल कारिडोर से जुड़ेंगे ये शहर

Vande Bharat Train: देश की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी। इसके बाद नई दिल्ली से कटरा के बीच भी इस ट्रेन को दौड़ाया गया। ट्रेन चलाने की मांग को देखते हुए देश में ही बनी देश का गर्व वंदेभारत भारत ट्रेन का वर्जन टू का डिजाइन पूरा हो चुका हैै । अप्रैल से वर्जर टू की टेस्टिंग होगी। आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 400 नई वंदेभारत दौड़ाने की घोषणा की है। हालांकि अगले साल तक 88 वंदेभारत ट्रेनें नई पटरी पर उतारने की योजना है, जिसका फायदा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर को मिल सकता है।
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जानिए कहां से दौडेगी बंदे मातरम: ऐसे में नई दिल्ली से चंडीगढ़, नई दिल्ली से अमृतसर और नई दिल्ली से ही कटरा के बीच वंदेभारत दौड़ाई जा सकती है। मौजूदा समय में नई दिल्ली से कटरा के बीच एक वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही है, जिसका यात्रियों को काफी फायदा हुआ है। इसका सफल संचालन को देखते हुए कुछ और ट्रेनों को इन रूट पर उतारा जा सकता है।
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अगस्त तक 76 ट्रेने बनाने का रखा टारगेट: बता दें कि देश की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी। इसके बाद नई दिल्ली से कटरा के बीच भी इस ट्रेन को दौड़ाया गया। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में ट्रेन बनकर तैयार हुई थी। अगस्त तक 75 ट्रेनें बनाने का लक्ष्य है।

इन प्रोजेक्टों को मिलेगी और गति:
आम बजट से रेल प्रोजेक्टों को भी गति मिलेगी। फिलहाल देश भर में 58 सुपरक्रिटिकल (अति महत्वपूर्ण) व 68 क्रिटिकल (महत्वपूर्ण) प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनको मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा। इसी तरह 189 नई रेल लाइन तथा 1471 किलोमीटर डबल लाइन बिछाई जानी हैं।

ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए 23800 किलोमीटर तक विद्युतीकरण दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाएगा। मालगाड़ियों के लिए डेडिकेटेड रेल फ्रेट कारिडोर बनाया जा रहा है, जिसके बाद सवारी ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा, क्योंकि मालगाड़ियों के लिए अलग लाइन होगी। लुधियाना से कोलकाता तक रेल फ्रेट कारिडोर का काम तेज गति से चल रहा है।
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हाई स्पीड रेल कारिडोर से जुडेेगे शहर:
दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई सहित कई शहरों को हाई स्पीड रेल कारिडोर से जोड़ा जा सकता है। छह हाई स्पीड रेल कारिडोर को हरी झंडी मिल चुकी है। दिल्ली/जयपुर/उधमपुर/अहमदाबाद (886 किमी), मुंबई/नासिक/नागपुर (753 किमी), मुंबई/पूना/अहमदाबाद (711 किमी), चेन्नई/बंगलुरू/मैसूर (435 किमी) तथा दिल्ली/चंडीगढ़/लुधियाना/अमृतसर (459 किमी) हाई स्पीड रेल कॉरिडोर शामिल हैं। मुंबई/अहमदाबाद कॉरिडोर पर काम चल रहा है, जो 2023 तक पूरा होने की संभावना है। बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट की लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है, जो दिसंबर 2019 तक 6247 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

इन राज्यों को रेल कारिडोर से जोड़ा जा सकता है
दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई सहित कई शहरों को हाई स्पीड रेल कारिडोर से जोड़ा जा सकता है। छह हाई स्पीड रेल कारिडोर को हरी झंडी मिल चुकी है। दिल्ली/जयपुर/उधमपुर/अहमदाबाद (886 किमी), मुंबई/नासिक/नागपुर (753 किमी), मुंबई/पूना/अहमदाबाद (711 किमी), चेन्नई/बंगलुरू/मैसूर (435 किमी) तथा दिल्ली/चंडीगढ़/लुधियाना/अमृतसर (459 किमी) हाई स्पीड रेल कॉरिडोर शामिल हैं। मुंबई/अहमदाबाद कॉरिडोर पर काम चल रहा है, जो 2023 तक पूरा होने की संभावना है।

पार्सल ट्रेन से मिलेगा कारेाबारियों का फायदा
आम बजट में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट को भी शुरू किया जाएगा। अंबाला में जहां साइंस इंडस्ट्री है, जो विश्व भर में विख्यात है। इसी तरह पानीपत का हौजरी उत्पादन भी विख्यात है। इन स्टेशनों से पार्सल ट्रेन चलाई जाएगी, जिसका फायदा कारोबारियों को होगा। उद्योग जगत को इससे काफी राहत मिलेगी। सरकार ने इस बजट में रेलवे के लिए एक लाख सैंतीस हजार करोड़ रुपये दिए हैं।

उद्योगों को मिलेगी गति
अंबाला में जहां विश्व विख्यात साइंस इंडस्ट्री है, वहीं पानीपत में हौजरी का सामान बनता है। इससे इन उद्योगों को भी काफी गति मिलेगी। सरकार ने इस बजट में रेलवे के लिए एक लाख चालीस हजार तीन सौ सत्तासठ करोड़ रुपये दिए हैं। इस बजट से रेल प्रोजेक्टों को भी गति मिलेगी। फिलहाल देश भर में 58 सुपरक्रिटिकल (अति महत्वपूर्ण) व 68 क्रिटिकल (महत्वपूर्ण) प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनको मार्च 2024 तक पूरा किया जाएगा।
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इसी तरह 189 नई रेल लाइन तथा 1471 किलोमीटर डबल लाइन बिछाई जानी हैं। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए 23800 किलोमीटर तक विद्युतीकरण दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाएगा। मालगाड़ियों के लिए डेडिकेटेड रेल फ्रेट कारिडोर बनाया जा रहा है, जिसके बाद सवारी ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा, क्योंकि मालगाड़ियों के लिए अलग लाइन होगी। लुधियाना से कोलकाता तक रेल फ्रेट कारिडोर का काम तेज गति से चल रहा है।