झाबुआ वन में घूम रहा बाघ , 15 गांवों के किसानों में दहशत
बाघ पकडने की मांग को लेकर डीसी को ज्ञापन देकर दी चेतावनी
Tiger ST 2023 : राजस्थान से सरिस्का से आया बाघ एसटी 2303 जिले के झाबुआ गांव के आस पास 15 गांवो के लिए परेशानी बना हुआ है।एक दर्जन गांव के लोगों ने डीसी को ज्ञापन देते को चेतावनी दी है तथा कहा कि अगर जल्द बाघ को काबू नहीं किया गया तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
बता दे कि पिछले कई माह से गांव झाबुआ के वन क्षेत्र में बाघ एसटी 2303 घूम रहा है। बाघ के चलते एक दर्जन से अधिक गांवों के किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। आलम यहां है बाघ रात को गांव के आस पास कई किसानों के पशुओ केा शिकार बना चुका है। लेकिन वन विभाग की टी की ओर से इसे पकडा नहीं गया है।Tiger ST 2023
16 अगस्त से अलवर जिले के सरिस्का बफर जोन से बाघ झाबुआ वन क्षेत्र में धूम रहा है। बाघ के कारण किसानों ने खेतों में जाना बंद कर दिया है। बाघ के भय से किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं जिससे चलते कई एकड जमीन अधिक खेती प्रभावित हो रही है। किसानों का आरोप है कि वन अधिकारी बाघ को पकड़ने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।Tiger ST 2023
आप्रेशन टाय टाय फिस: कुछ दिन पहले अलवर व रेवाड़ी जिले के वन अधिकारियों ने बाघ को पकड़ने का प्रयास किया। कैमरे लगाकर उसका पीछा भी किया गया। लेकिन वन विभाग का यह आपरेशन अब टाय टाय फिस हो गया है। किसान परेशान है ओर वे आराम से बैठे हुए है। रात के अंधेरे में बाघ आसपास के गांव के खेतों में विचरण करता है, किसानों व ग्रामीणों में भय बना हुआ है।
कई लोंगो पर चुका है हमला: ये टाइगर हरियाणा व राजस्थान के कई किसानों पर हमला कर चुका हैं। हमला करने पर कुछ दिन बार वन विभाग इसे पकडने के लिए सक्रिय हुआ था, लेकिन एक बा र फिर वन विभाग ने चुप्पी साध ली है। लोगो परेशान है ओर प्रशासन को इसको लेकर कोइ फिकर ही नहीं है।
सोमवार को गुस्साए 15 गावों के लोंगो ने ज्ञापन सोंपा। इस मौके पर झाबुआ गांव के सरपंच सिंह की अगुवाई में ज्ञापन सोपा। डीसी को ज्ञापन देते को चेतावनी दी है तथा कहा कि अगर जल्द बाघ को काबू नहीं किया गया तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
हालांकि डीसी अभिषेक मीणा ने वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश दिए कि ग्रामीणों के साथ मिलकर जल्द से जल्द बाघ को काबू किया जाए। अब सवाल यह है वन विभाग इसको लेकर कितना सक्रिय होता है। Tiger News rewari