सुरजकुड: हरियाणा का गांव सुरजकुंड किसी परिचय का मोहताज नहीं है। करीब 35 साल से कला को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर प्रदान करने वाले यह मेला अनोखा मेलो मे से एक है।
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दिलचस्प बात यह है कि मेला हर साल एक अनूठी थीम के साथ आयोजित किया जाता है। इसे किसी एक विषय पर सजाया जाता है। हर साल मेले का आयोजन देश के किसी भी राज्य की थीम पर किया जाता है।
जानिए कब लगेगा मेला:
सूरजकुंड मेला इस बार 3 से 19 फरवरी तक चलेगा। बताया जा रहा है कि इस मेले की शुरुआत 1987 में शिल्पकारों और उनके अद्भुत कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए की गई थी। हर मेले कें दुकानो की संख्या बढती ही जा रही है।
ये है मेले की दिलचस्प बात
पिछले कुछ वर्षों में मेले का विषय हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र था। इस साल नॉर्थ ईस्ट के आठ राज्यों को थीम स्टेट बनाया गया है। भारत की संस्कृति और रीति-रिवाजों को करीब से जानने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
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जानिए मेले की खासियत: इस मेले में न सिर्फ आपको स्थानीय शिल्प से रूबरू होने का मौका मिलेगा बल्कि आप स्थानीय जायकों का लुत्फ भी उठा सकेंगे।
इसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय कला को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर प्रदान करना था। इस मेले में कपड़ा, चीनी मिट्टी और टेराकोटा आदि चीजें मिलती हैं। अगर आप भी इस बार फरवरी में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो भारत की क्षेत्रीय संस्कृति से रूबरू होने के लिए सूरजकुंड मेले में जा सकते हैं।
जानिए क्या टिकट प्राइज: मेले में जरूरी नही कि आज नकद राशि देकर टिकट लें।मेले से संबंधित अधिक जानकारी अथवा टिकट बुक करने के लिए Qr कोड स्कैन कर सकते हैं।
दक्षिण दिल्ली से करीब 8 किलोमीटर दूर फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में हर साल इस मेले का आयोजन किया जाता है। सूरजकुंड मेले के टिकट सप्ताह दर सप्ताह बदलते रहते हैं। सप्ताह के दिनों में टिकट की कीमत 120 रुपये और सप्ताहांत में 180 रुपये है।