एसपी रेवाड़ी श्री हेमेंद्र कुमार मीणा, आईपीएस ने एनएच-48 (दिल्ली-जयपुर हाईवे) पर प्रस्तावित कांवड़ यात्रा रूट का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एनएचएआई और संबंधित पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।SP Rewari
एसपी हेमेंद्र कुमार मीणा ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा और पेयजल जैसी व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से चर्चा की और निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, हाईवे पर यातायात सुचारू रखने के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश भी दिए गए।SP Rewari

उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा धार्मिक आस्था का विषय है और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो। राष्ट्रीय राजमार्ग व स्थानीय मार्गो जहां से श्रद्धालुओं का आवागमन होगा उन मार्गों पर पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। अक्सर सड़कों पर वाहन चालकों की लापरवाही के कारण कांवड़िए हादसों का शिकार हो जाते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा के प्रबंधों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।SP Rewari
अनुमति लेकर लगाएं कांवड़ शिविर:
जिले में कावड़ियों की सेवा व विश्राम करने के लिए यात्रा के दौरान विभिन्न संस्थाओं व श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविर लगाए जाते है। प्रशासन से अनुमति लेकर शिविर लगाएं और निर्धारित किये नियमों की पालना करे। सड़क से 30 मीटर अंदर शिविर का पंडाल लगाए। पार्किग व्वस्था भी सड़क से दूर रखनी होगी, साथ ही बेरिगेटिंग करवाएं। पंडाल पर पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। महिलाओं व पुरूषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था करें।

हाईवे पर बनाया जाएगा अगल रास्ता:
कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए दिल्ली-जयपुर हाईवे नंबर-48, रोहतक-बावल हाईवे नंबर-352 व रेवाड़ी-नारनौल हाईवे नंबर 11 पर पैदल कांवड़ियों के चलने व सुरक्षा के लिए बाई ओर रस्सी लगा अगल से रास्ता बनाया जाएगा। यात्रा के दौरान हाईवे पर क्रेन, एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड की गाड़ी तैनात की जाएगी। इसके अतिरिक्त पुलिस की राइडर/पीसीआर भी लगातार गश्त पर रहेगी। मुख्य प्वाइंट पर ट्रैफिक के जवान भी तैनात रहेंगे। शहर में यातायात व्यवस्था व कांवड़ियों के आवागमन की सुविधा के लिए भी सुचारू रूप से व्यवस्था की जाएगी।
एसपी रेवाड़ी श्री हेमेंद्र कुमार मीणा ने वाहन चालकों से अपील की है कि वह सुरक्षित वाहन चलाएं। जिससे कांवड़ियों को किसी भी तरह की दिक्कत न आए। वाहनों को धीरे से चलाएं। जिन मार्गो से कांवड़ यात्री गुजर रहे हैं। वहां पर जरूरी न हो तो वाहन न लेकर जाए। यदि कांवड़ यात्रा आ रही है तो उसमें प्राथमिकता कांवड़ियों को दें।
सड़क पर किसी भी कट या डायवर्जन पर अपना वाहन धीरे चलाएं, हो सके तो अपने वाहन को कुछ देर के लिए रोक ले। पवित्र कांवड़ यात्रा में सहयोग करें। कांवड़ यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए आमजन का सहयोग बहुत जरूरी है।

















