Scam in Haryana: हरियाणा सहित पंजाब, दिल्ली, यूपी से जुडे हुए है कैथल सफाई घोटाले के तार

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Scam in Haryana : हरियाणा में भले ही कोई भी सरकार हो, कर्मचारियों घाटाला (Scam in Haryana) करने से नही चुकते है। तीन साल कैथल में सफाई घोटाले को लेकर सरकार की नींद टूटी है। अभी तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से रिकवरी के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

 

एसीबी की 10 टीमों ने जांच शुरू करते हुए हरियाणा सहित पंजाब, दिल्ली और यूपी में दबिश दी जा रही है। कैथल में सफाई अभियान को लेकर हुए घाटाला केवल हरियाणा ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों तक फैलने का अंदेशा जताया जा रहा है।

जानिए क्यो है पूरा मामला: वर्ष 2021 में पंचायत चुनाव की घोषणा से पहले आचार संहिता से पहले ही कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार ने स्वच्छता अभियान के तहत गांवों में सफाई के लिए 10 करोड़ रुपये की ग्रांट दी थी। इस ग्रांट में से महज सात करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी।

बाकी बची सात करोड़ रुपये की राशि को कर्मचारियों की मिली भगत से ठेकेदारों की फर्म में डलवाए थे। कुछ राजनेताओं व जिला पार्षदों की ओर से उठाए गए मुद्दे पर जब जांच हुई तो घोटाले की परते खुलती ही चली गई।

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ये हो चुके है गिरफ्तार: कैथल में पंचायती राज के एसडीओ रहे रोहतक के एक्सईएन नवीन, कैथल में पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत के साथ पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरियाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव फतेहपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश व पूंडरी निवासी अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी को रिमांड तक पर लिया हुआ है।

दूसरे राज्यों से जुडे है तार: कैथल में सफाई अभियान को लेकर हुए  (Scam in Haryana) घाटाले केवल हरियाणा ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों तक फैलने का अंदेशा जताया जा रहा है।

न्यायालय ने गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों का दो दिन का रिमांड एसीबी को दिया था। इसके बाद ही अब दूसरे राज्यों में दबिश देते हुए रिकवरी करने का प्रयास एसीबी की टीमों की ओर से जारी है।

 

रुपयों की रिकवरी करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए एसीबी की अलग-अलग टीमें लगातार कार्य कर रही है। में आगामी खुलासा होने के बाद जल्द ही और जानकारियां भी सांझा की जाएंगी। -सूबे सिंह, जांच अधिकारी, एसीबी, कैथल।