MSP आंदोलन: जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को 100 दिन पूरे, सिरसा में 100 किसानों की भूख हड़ताल
MSP आंदोलन 2.0 को और मजबूत करने के लिए किसान पूरी ताकत से जुटे हैं। 100 दिनों से जारी यह संघर्ष कब रंग लाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।

नई दिल्ली/सिरसा: MSP गारंटी कानून की मांग को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण-अनशन को 100 दिन पूरे हो गए हैं। 13 फरवरी 2024 से किसानों ने MSP आंदोलन की शुरुआत की थी और तब से ही शंभू, खनौरी और रतनपुर बॉर्डरों पर किसानों का धरना जारी है।
100 किसानों की एकदिवसीय भूख हड़ताल
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर 5 मार्च को देशभर में किसानों ने जिला मुख्यालयों पर सांकेतिक भूख हड़ताल की। हरियाणा के सिरसा में भी किसानों ने इस आंदोलन को मजबूती देने के लिए एकदिवसीय भूख हड़ताल रखी।
पुलिस ने रोका, किसानों ने रेलवे पुल पर ही किया प्रदर्शन
लघु सचिवालय में आमरण-अनशन के लिए जाते हुए किसानों को पुलिस ने रेलवे पुल पर रोक लिया। इससे नाराज किसानों ने वहीं धरना दे दिया। लगभग डेढ़ घंटे बाद किसानों को डीसी ऑफिस जाने की अनुमति मिली।
भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख के नेतृत्व में 100 से अधिक किसान 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने कहा, “जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हम सबको मिलकर उनका समर्थन करना चाहिए।”
डल्लेवाल के समर्थन में किसान आंदोलन तेज
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के फैसले के तहत 5 मार्च को सभी जिला मुख्यालयों पर भूख हड़ताल रखी गई। इसके अलावा, 8 मार्च को शंभू, खनौरी और रतनपुर बॉर्डरों पर महिला किसान दिवस का आयोजन किया जाएगा।
19 मार्च को होगी केंद्र सरकार के साथ वार्ता
19 मार्च को केंद्र सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के बीच 7वें दौर की वार्ता होगी। किसान नेता सरकार से MSP गारंटी कानून पर जल्द से जल्द निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं।
क्यों कर रहे हैं किसान अनशन?
- MSP गारंटी कानून की मांग
- किसानों के हक की लड़ाई
- सरकार से बातचीत में देरी
- आंदोलन को और मजबूत बनाना
आगे की रणनीति
- 8 मार्च को महिला किसान दिवस का आयोजन
- 19 मार्च को सरकार के साथ वार्ता
- आंदोलन को और अधिक तेज करने की योजना
MSP आंदोलन 2.0 को और मजबूत करने के लिए किसान पूरी ताकत से जुटे हैं। 100 दिनों से जारी यह संघर्ष कब रंग लाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।